जयपुर: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 12वीं कक्षा के नतीजे जारी कर दिए. इस परीक्षा परिणाम का लाखों छात्र-छात्राएं और उनके परिवार बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. बोर्ड परीक्षा में इस बार भी छात्राओं ने बाजी मारी है. कुल मिलाकर 91.64% छात्राएं सफल हुईं, जबकि छात्रों का पास प्रतिशत 85.70 प्रतिशत है. इस बार के परिणाम दर्शाते हैं कि छात्राओं ने हर साल की तरह अपने प्रदर्शन को बनाए रखा है और शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ है.
खास बात यह है कि इस बार छात्रों का पास प्रतिशत पिछले साल के मुकाबले थोड़ा बेहतर हुआ है. देशभर के छात्रों और स्कूलों पर कोविड-19 महामारी का प्रभाव नजर आया, लेकिन शिक्षा जगत के लगातार प्रयास ने स्थिति को संभाला. बोर्ड ने इसके लिए नई तकनीकों और बेहतर परीक्षा व्यवस्था का सहारा लिया, जिससे छात्रों की बेहतर तैयारी संभव हुई. इस अवसर पर शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. मंत्रालय के अनुसार, इस सफलता को छात्रों की मेहनत, शिक्षकों की मेहनत और अभिभावकों के समर्थन का नतीजा मानते हुए शिक्षित भारत की दिशा में एक बड़ा कदम बताया गया है.
छात्रों के प्रदर्शन में सुधार:
CBSE के अधिकारियों के मुताबिक, इस साल छात्रों का पास प्रतिशत बढ़ा है. बोर्ड की ओर से छात्रों और शिक्षकों को नए ऑनलाइन संसाधन दिए गए. अभिभावकों के सहयोग और स्कूलों की मेहनत ने छात्रों की सफलता में अहम भूमिका निभाई. CBSE 12वीं के नतीजे शिक्षा के क्षेत्र में उम्मीद की किरण लेकर आए हैं. छात्राओं की सफलता ने साबित कर दिया कि मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी सीमा पार की जा सकती है. छात्र और छात्राओं के बेहतर भविष्य के निर्माण में ये कदम मील का पत्थर साबित होगा.