जयपुरः प्रदेश में बम की झूठी धमकी देने का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह थमने का नाम नहीं ले रहा है, अभी तक बम की झूठी धमकियाँ जयपुर में मिल रहीं थीं लेकिन अब प्रदेश के अलग अलग जिलों में भी बम की झूठी धमकियाँ दी जा रहीं हैं.
एक साल पहले 13 मई को जयपुर के कई प्रमुख स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, पुलिस ने धमकी मिलने के तुरंत बाद सभी स्कूलों को खाली कराया और बम निरोधक दस्ते ने पूरे स्कूल परिसरों की सघन जांच की, कई घंटों की छानबीन के बाद पता चला कि यह धमकियाँ झूठी थी, लेकिन एक साल पहले से बम की झूठी धमकी देने का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह अभी भी जारी है , पिछले कुछ दिनों में ही जयपुर के एयरपोर्ट, कलेक्ट्रेट कार्यालय, SMS स्टेडियम समेत कई प्रमुख जगहों पर बम विस्फोट करने की धमकी मिल चुकी है, हर धमकी के बाद पुलिस पूरी मुस्तैदी से मौके पर पहुँचती है और बम निरोधक दस्ते से जाँच करती है लेकिन हर बार यह सूचना झूठी ही निकलती है,, बम विस्फोट की सूचना देने का तरीका हर बार एक जैसा ही सामने आ रहा है , अधिकतर मामलों में पुलिस या किसी और विभाग की ऑफ़िसियल आईडी पर मेल कर के धमकी दी जा रही है.
बम विस्फोट की झूठी धमकियों का सिलसिला अब जयपुर से निकल कर प्रदेश के दूसरे जिलों तक पहुँच गया है, कल एक ही दिन में सीकर, राजसमंद, भीलवाड़ा समेत कई जिलों के कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की झूठी धमकी दी गई, सीकर कलेक्ट्रेट में तो मुख्य सचिव अधिकारियों की बैठक लेने वाले थे लेकिन धमकी के बाद उन्हें बैठक का स्थान बदलना पड़ा, झूठी धमकी मिलने का सिलसिला आज जोधपुर तक पहुंचा और यहाँ भी धमकी का मेल आने के बाद पूरे परिसर को खाली कराया गया, कलेक्ट्री में आने वाली धमकियों के कारण रोजमर्रा का काम भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है.
राजस्थान पुलिस से फर्स्ट इंडिया के सवाल
आखिर बम की झूठी धमकियों को पूरी तरह से कब ट्रेस किया जाएगा?
झूठी धमकियों के बाद पुलिस और बम स्क्वायड की परेड कब तक होती रहेगी?
क्या यह धमकियाँ देश के अंदर से मिल रहीं हैं या विदेश से ?
क्या पुलिस इन धमकियों के पीछे की मंशा तक पहुँच गई है ?
क्या बम की झूठी देने का कारण किसी तरह का साइबर वॉर है ?