जयपुर: अब बस में सफर करने से पहले आपको बस से संबंधित हर सूचना आसानी से मिल सकेगी,बस का बीमा है या नहीं, बस का परमिट कहां से कहां तक है और फिटनेस नियमों की पालना हो रही है या नहीं यह जानकारी यात्रा करने से पहले यात्रियों को मिल सकेगी.
मौजूदा समय में बस से यात्रा करना यात्रियों के लिए बहुत जोखिम भरा सफ़र है क्योंकि प्रदेश में अधिकतर बसें नियमों का पालन नहीं कर रही हैं. लेकिन अब परिवहन विभाग ऐसा प्रयोग करने जा रहा है जिससे यात्रियों को यात्रा करने से पहले बस से जुड़ी सभी जानकारी आसानी से मिल सकेंगी. बस में यात्रा से पहले यात्री बस से जुड़ी सभी जानकारी आसानी से हासिल कर सकें इससे यात्री खुद तय कर सकेंगे कि वे सुरक्षित बस में सफर कर रहे हैं. इसके लिए परिवहन विभाग ने एक प्रारूप जयपुर आरटीओ से तैयार करवाया है. इस प्रारूप का अध्ययन कर विभाग इस पर निर्णय लेकर पूरे प्रदेश में लागू करेगा. इसे लागू होने के बाद यात्री वाहनों को इस प्रारूप में वाहन की हर जानकारी अंकित करनी होगी. संचालक को यह प्रारूप वाहन में चस्पा करना होगा, मौजूदा समय में बस में सफर से पहले यात्री को बस की जानकारी नहीं होती. जानकारी के अभाव में यात्री अनफिट बस में बैठ जाते हैं. राज्य में आए दिन होने वाले सड़क हादसों में देखा जाता है कि दुर्घटनाग्रस्त यात्री वाहन की ओर से मोटर व्हीकल एक्ट की पालना नहीं की गई. ऐसे में हादसे में घायल यात्रियों को बीमा तक नसीब नहीं होता.
प्रदेश में हर रोज़ लाखों की संख्या में बसों में सफ़र करते हैं लेकिन अधिकतर बसें ऐसी हैं जो नियमों का पालन नहीं करती हैं. इस कारण बड़ी संख्या में बसें दुर्घटनाओं का भी शिकार होती है. बसों के अंदर सुरक्षा से जुड़े सभी मानकों का प्रारूप लगने से उडनदस्तों को भी वाहन जांचने में आसानी होगी. विभाग की ओर से समय-समय पर यात्री वाहनों का जांच अभियान चलाया जाता है. ऐसे में प्रारूप लगाने के बाद बस संचालकों को मजबूरन बस को पूरी तरह से फिट रखना होगा. संचालक झूठी सूचना भी अंकित नहीं कर सकेंगे. जांच के दौरान झूठी सूचना पाए जाने के बाद भी पैनल्टी लगाई जाएगी. परिवहन मुख्यालय को भी लगातार इस तरह की शिकायतें मिली हैं कि अधिकतर बसें नियमों का पालन नहीं कर रहीं हैं जिनमें मुख्य तौर से फिटनेस, परमिट, बीमा से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है.