ऑक्शन मिनरल ब्लॉक्स को ओपरेशनलाइज कराने पर खास फोकस, एलओआई धारकों को मिलेगी वेबबेस्ड सुविधा

जयपुरः मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में खान विभाग का ऑक्शन मिनरल ब्लॉक्स को जल्द से जल्द ओपरेशनलाइज कराने पर खास फोकस है. इसके लिए संबंधित एलओआई धारकों से सीधा संवाद कायम कर सहयोग व समन्वय बनाया जा रहा है. विभागीय पोर्टल पर एलओआई धारकों को विभिन्न स्तरों पर आ रही समस्याओं को इंगित करने की सुविधा दी जाएगी और उसके निराकरण प्रगति की नियमित मोनेटरिंग सुनिश्चित की जाएगी.   

नियमित मोनेटरिंग की जाएगी:
प्रमुख सचिव माइंस टी. रविकान्त ने संवेदनशील प्रशासन की पहल करते हुए मंगलवार को प्रदेश के एलओआई धारकों से वर्चुअली सीधा संवाद कायम किया. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिस तरह से मेजर मिनरल माइंस के ऑक्शन में राजस्थान समूचे देश में अग्रणी प्रदेश बन गया है उसी गति से अब ऑक्शन मिनरल ब्लॉक्स को आवश्यक अनुमतियों व स्वीकृतियों में आ रही बाधाओं को दूर कराकर निर्धारित समय सीमा में ओपरेशनलाइज कराया जा सके ताकि खनन कार्य आरंभ होने के साथ ही रोजगार व राजस्व में बढ़ोतरी हो सके. रविकान्त ने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ऑक्शन माइंस को ओपरेशनलाइज कराने के प्रति गंभीर है और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय खनिज विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं अवैध खनन निगरानी समिति का गठन किया गया है जिसमें एसपी, वन, खान विभाग के प्रतिनिधियों के साथ ही पर्यावरण से जुड़े एनजीओ और क्षेत्र के 4 लीज/क्वारी लाइसेंस धारकों को सदस्य बनाया गया है. उन्होंने बताया कि विभाग के माइनिंग व सहायक माइनिंग इंजीनियरों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे ऑक्शन एलओआई धारकों की समस्याओं के समाधान के लिए जिला स्तर पर आवश्यक सहयोग व मार्गदर्शन प्रदान करें. प्रमुख सचिव रविकान्त ने वर्चुअल बैठक के दौरान एलओआई धारकों द्वारा दिए गए सुझावों और समस्याओं की जिलेवार सूचि आज ही उपलब्ध कराने के निर्देश दिए ताकि राज्य सरकार स्तर से भी समन्वय, आवश्यक सहयोग व मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो सके. उन्होंने कहा कि पोर्टल पर एलओआई द्वारा की जाने वाली समस्या या सुझाव संबंधित एमई/एएमई को भी डीएमजीओएमएस सिस्टम से उपलब्ध होगा और उस स्तर पर की जाने वाली कार्रवाई पर निदेशक माइंस स्तर व राज्य सरकार स्तर पर नियमित मोनेटरिंग की जाएगी. 

स्वीकृतियों के कार्य में आयेगी गतिः
निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि पोस्ट ऑक्शन फेसिलिटेशन सेल के माध्यम से संबंधित विभागों से समन्वय बनाया जा रहा है. अब जिला स्तर पर भी खनन विकास कमेटी बनने से अनुमतियों-स्वीकृतियों के कार्य में गति आयेगी. एलओआई धारकों से समय पर माइनिंग प्लान सबमिट करने, आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने और विभाग से समन्वय बनाने पर जोर दिया गया. सभी एलओआईधारकों के प्रतिनिधियों से वन टू वन संवाद कायम करते हुए विस्तार से जानकारी ली गई और आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया. वर्चुअल चर्चा के दौरान माइनिंग प्लान प्रस्तुत करने, चरागाह भूमि की एनओसी प्राप्त करने, पर्यावरण स्वीकृति, जिला कलक्टर स्तर पर जनसुनवाई सहित विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई. संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर एलओआई धारकों को स्वीकृतियां व अनुमतियां जारी कराने का संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया. बैठक में पोस्ट ऑक्शन फेसिलिटेशन सेल के प्रभारी  प्रताप मीणा, ओएसडी श्रीकृष्ण शर्मा, एडीएम एमपी मीणा, पीआर आमेटा, एसएमई जय गुरुबख्सानी, एनएस शक्तावत सहित वरिष्ठ अधिकारियों व एक दर्जन से अधिक एलओआईधारकों ने हिस्सा लिया.