जयपुर : प्रदेश में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा उठाए गए सवाल पर ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने बड़ा पलटवार किया है. ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने गहलोत के बिजली कटौती के आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने गहलोत के ट्वीटर पर ही सवाल उठाते हुए कहा है कि उनके कार्यकाल में सरप्लस के दावे थे. लेकिन जिस तरह का तंत्र उन्होंने हमें दिया वो किसी से छिपा नहीं है. गहलोत सरकार में वोट बटोरने के लिए हजारों डिमांड नोट जारी कर दिए. उन डिमांड नोट के हमने कनेक्शन दिए है, ये सर्वविदित है. नागर ने कहा कि हमारा प्रयास है कि किसी भी सूरत में जनता को कटौती का सामना नहीं करना पड़े.
अशोक गहलोत की "एक्स" पोस्ट
बिजली कटौती को लेकर अशोक गहलोत का शायराना अंदाज में निशाना
'तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है,मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी'
'राजस्थान में बीजेपी की सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर किया गया प्रचार...'
'जोर-शोर से प्रचार किया गया कि राजस्थान अब बिजली में सरप्लस स्टेट हो गया'
'लेकिन जैसे ही गर्मी बढ़ने लगी गांव-शहर हर जगह बिजली कटौती शुरू हो गई'
'सरप्लस स्टेट में बिजली कटौती का सीधा अर्थ सरकार का कुप्रबंधन'
'राजस्थान में बिजली वितरण का ढांचा चरमरा गया,जिससे आमजन त्रस्त हो गया'
ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर का पलटवार
बिजली को लेकर राजनीतिक घमासान
पूर्व सीएम अशोक गहलोत के "एक्स" पोस्ट पर बोले ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर
नागर ने कहा कि गहलोत सरकार में 42 GSS का निर्माण कराया गया
जबकि हम डेढ़ साल में ही 80 GSS का काम पूरा कर चुके है
इस साल के अंत तक 130 GSS का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा
उन्होंने कहा कि सरकार पर सवाल उठाने से पहले वे करें आत्मअवलोकन
गहलोत को अपने पांच साल में किए गए उन कामों का करना चाहिए रिव्यू,
जिसकी वजह से राजस्थान की जनता को पिछले साल बिजली की दिक्कतें झेलनी पड़ी
उन्होंने गहलोत को खुली चुनौती देते हुए बिजली कटौती के दांवे को किया खारिज,
नागर ने कहा कि गहलोत को यूं बयानबाजी के बजाय खुले मंच पर संवाद करना चाहिए
हमारे सामने बैठकर तथ्यों के साथ बात करें तो पता चलेगा कि कौन सच्चा है और कौन झूठा