चित्तौड़गढ़: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा चित्तौड़गढ़ के भूपालसागर दौरे पर रहे. इस अवसर पर उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने राजस्थान के लिए सबसे पहले पानी की योजना बनाई. 5 जून को पर्यावरण दिवस है. 5 जून को गंगा दशहरा भी है. जल पूजन का कार्यक्रम शुरू होगा. अबकी साल राजस्थान में 11 करोड़ पौधे लगाने है. पर्यावरण ठीक होगा तो वर्षा भी अच्छी होगी. कर्मभूमि से मातृभूमि की योजना चल रही है. हम पानी को किस तरह से सहज सकते पानी को सहजने का काम हम करेंगे. राजस्थान के किसान और उद्योगों को बिजली कैसे मिले इसके लिए हमारी सरकार काम कर रही है. हमारा यह राजस्थान उद्योग के नाम से भी जाना जाए.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मेवाड़ की धरती को शौर्य और स्वाभिमान की मिसाल बताते हुए कहा कि महाराणा प्रताप हमारे लिए प्रेरणापुंज और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक हैं. नई पीढ़ी में प्रताप जैसे आदर्शों और संस्कारों के संचार की आवश्यकता जताई. मेवाड़ की भूमि पर आकर गर्व और सम्मान की अनुभूति होती है. प्रताप ने कभी भी किसी की अधीनता स्वीकार नहीं की. महाराणा प्रताप का नाम सुनते ही धमनियों में पराक्रम और स्वाभिमान का रक्त दौड़ता है. उनका जीवन सत्य, धर्म और राष्ट्रहित की भावना का अनुपम उदाहरण रहा है.
प्रताप जैसे नायक हमें कर्तव्य पथ पर अडिग रहना सिखाते हैं:
प्रताप जैसे नायक हमें कर्तव्य पथ पर अडिग रहना सिखाते हैं. महाराणा प्रताप की स्मृति को जीवंत रखने के लिए सरकार व्यापक कार्य कर रही है. राज्य सरकार प्रताप से जुड़े स्थलों को जोड़कर टूरिस्ट सर्किट बना रही है. हल्दीघाटी, चावंड, कुंभलगढ़, गोगुंदा, दिवेर और उदयपुर को सर्किट में जोड़ा जाएगा. पर्यटक प्रताप की वीरगाथा को देख और अनुभव कर सकें. मुख्यमंत्री ने बताया महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जा रही है.
मेवाड़ की धरती पर पन्नाधाय और राणा पूंजा जैसे बलिदानी हुए:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आगे कहा कि राज्य सरकार की योजना है खेल कोच और विशेषज्ञ तैयार कर युवाओं को दिशा देगी. मेवाड़ की धरती पर पन्नाधाय और राणा पूंजा जैसे बलिदानी हुए. त्याग, साहस और राष्ट्रभक्ति से मेवाड़ ने भारत के इतिहास को गौरवान्वित किया. मां पन्नाधाय की तरह अद्वितीय बलिदान देने वाली माएं पूरे देश की प्रेरणा है. मुख्यमंत्री ने प्रतिमा अनावरण को स्वर्णाक्षरों में लिखे जाने योग्य दिन बताया. महाराणा प्रताप के बलिदान से राष्ट्र को आत्मसम्मान की सीख मिली. आज की पीढ़ी को मेवाड़ की परंपराओं और बलिदानों से प्रेरणा लेनी चाहिए.
ऑपरेशन सिंदूर से देश में आई है राष्ट्रभक्ति की नई ऊर्जा:
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से देश में राष्ट्रभक्ति की नई ऊर्जा आई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आतंकी को घर में मारा है. ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को तबाह किया. इससे देश का हर नागरिक गर्व और आत्मविश्वास से भर गया है. प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति से भारत का मान-सम्मान बढ़ा है. देश आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है. भारत की सैन्य और रणनीतिक ताकत का लोहा अब विश्व स्वीकार कर रहा. नया भारत संकल्प, शौर्य और विकास की त्रिवेणी बनकर उभर रहा है.
2027 तक दिन में किसानों को बिजली देने का लक्ष्य है:
जल संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की दी जानकारी देते हुए सीएम ने कहा कि राम जल सेतु लिंक, यमुना जल समझौता और देवास परियोजना पर कार्य जारी है. 2027 तक दिन में किसानों को बिजली देने का लक्ष्य रखा है. कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान में प्रवासी राजस्थानियों का सहयोग लिया जा रहा है. राज्य सरकार ने 67 हजार युवाओं को अब तक सरकारी नौकरी दी है. मुख्यमंत्री ने युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों को चार प्रमुख जाति बताया. सरकार युवाओं को स्वावलंबी बनाकर सपनों को साकार करने में लगी है. जल संरक्षण के लिए जल स्वावलम्बन पखवाड़ा मनाया जाएगा.