जयपुर: कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना में हमने जाति जनगणना का क्रांतिकारी कदम उठाया. हमने वहां जातिगत जनगणना करवाई. उससे कुछ महीने पहले मैंने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि हमें देश में जाति जनगणना करवानी चाहिए.
मैं जानना चाहता था कि इस देश में किसका कितना हिस्सा है और क्या यह देश सही मायने में आदिवासी, दलित और पिछड़े समुदायों का सम्मान करता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस ने जाति जनगणना से साफ इनकार कर दिया क्योंकि वे नहीं चाहते कि इस देश में अल्पसंख्यकों को कितना हिस्सा मिलता है.
मैंने उनसे कहा कि हम संसद में आपके सामने जाति जनगणना कानून पारित करेंगे. मोदी सरकार देश में जातिगत जनगणना करवानी चाहिए तभी तो सच्चाई सामने आएगी और पता चलेगा किसकी कितनी आबादी-भागीदारी है. लगातार संवैधानिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं.
दलित और पिछड़े वर्ग को रोजगार नहीं मिल रहे हैं. मतलब 90 फीसदी लोगों के हिस्से में आई बेरोजगारी और महंगाई है. डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ बढ़ा दिया, अब आर्थिक तूफान आने वाला है. लेकिन केंद्र सरकार एकदम चुप है. हमारी विचारधारा संविधान है और ये रोज संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं.
जिस पार्टी के पास विचारधारा है वो ही बीजेपी और संघ से लड़ पाएंगे. आजादी की लड़ाई अंग्रेजों के साथ हमें संघ की विचारधारा से भी लड़नी पड़ी थी. संघ वालों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में संविधान को जलाया था. वो लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं. सारी संस्थाओं पर कब्जा करना चाहते हैं. बीजेपी ने लोकसभा में "वक्फ" बिल पास किया. अब ये सिख और ईसाई कम्युनिटी तक पहुंच जाएंगे.