नई दिल्ली: नेता विपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हमने संसद में कहा था जनगणना कराकर रहेंगे. हम जाति जनगणना के फैसले का स्वागत करते हैं. हम समय सीमा चाहते हैं. सरकार बताए ये कब तक होगा. तेलंगाना का मॉडल सामने है. विकास का नया विजन लाना चाहते हैं. आरक्षण की 50% सीमा हटे जो कृत्रिम दीवार बनी हुई है. जाति जनगणना से आगे जाना चाहते हैं.
मैं फिर से कहना चाहूंगा कि जाति जनगणना पहला कदम है. हमारा विजन जाति जनगणना के जरिए विकास की नई मिसाल कायम करना है. सिर्फ आरक्षण ही नहीं, बल्कि हम केंद्रीय सवाल भी पूछ रहे हैं- चाहे वो ओबीसी हो, दलित हो, आदिवासी हो, इस देश में उनकी क्या भागीदारी है?
जाति जनगणना के जरिए इसका पता चल जाएगा, लेकिन हमें जाति जनगणना से आगे बढ़ना होगा. हमने एक और बात कही थी, कांग्रेस ने एक और मुद्दा उठाया था, इसका उल्लेख घोषणापत्र में भी किया गया था. अनुच्छेद 15(5) - निजी शिक्षा संस्थानों में आरक्षण. यह पहले से ही एक कानून है. हम चाहते हैं कि एनडीए-बीजेपी सरकार इसे लागू करना शुरू करे.
पहलगाम हमले को लेकर बोले राहुल गांधी:
पहलगाम हमले को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि जिन्होंने भी ऐसा किया, चाहे वे कोई भी हों और जहां भी हों, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. उन्हें इसकी सही कीमत चुकानी होगी, ताकि उन्हें याद रहे कि भारत के साथ ऐसा नहीं किया जा सकता। विपक्ष और सरकार की बैठक में हमने साफ-साफ कहा है, एकमत से कहा है कि जो हुआ है, वह स्वीकार्य नहीं है.
पूरा विपक्ष केंद्र सरकार को अपना 100% समर्थन देगा और सरकार अपना पूरा समर्थन दे रही है। नरेंद्र मोदी को कार्रवाई करनी होगी। पूरा विपक्ष उनके साथ खड़ा है। जिन्होंने ऐसा किया, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. शोकाकुल परिवारों ने मेरे माध्यम से प्रधानमंत्री को संदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि उनके बच्चे शहीद हुए हैं और प्रधानमंत्री को उन्हें 'शहीदों' का दर्जा और सम्मान देना चाहिए.