जयपुर: राजस्थान में इस समय मौसम पूरी तरह से दो भागों में बंटा नज़र आ रहा है. एक ओर जहां पश्चिमी राजस्थान में तापमान लगातार बढ़ रहा है और लू चल रही है, वहीं दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में आंधी और बारिश का सिलसिला जारी है. सोमवार को राज्य के कई शहरों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच गया. राज्य के पिलानी में 46.4 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 46 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर, बीकानेर और वनस्थली में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चला गया. वहीं राजधानी जयपुर में भी 44.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 4-5 दिनों के दौरान बीकानेर, जोधपुर संभाग और शेखावटी क्षेत्र में तेज लू यानी हीटवेव चलने का अलर्ट जारी किया गया है.
इसके विपरीत, उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के कुछ हिस्सों में आंधी और हल्की बारिश होने की संभावना जाहिर की गई है. यह अलग-अलग मौसम का खेल पूरे प्रदेश में बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है. जानकारों का कहना है कि यह उतार-चढ़ाव प्रदेश के कई जिलों के लिए परेशानी भी पैदा कर सकता है, खासकर जहां लू चल रही है. खेती और आम जनजीवन पर इसका प्रभाव पड़ सकता है.
प्रदेश में गर्मी का बढ़ता कहर:
पश्चिमी राजस्थान में गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है. चूरू, पिलानी और श्रीगंगानगर जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. हीटवेव के चलते लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. प्रशासन ने दिन के समय बाहर न निकलने और अधिक पानी पीने की अपील की है.
बारिश बनी राहत का कारण:
दक्षिण राजस्थान के उदयपुर और कोटा संभाग में आंधी और हल्की बारिश ने थोड़ी राहत दी है. जलवायु परिवर्तन का यह प्रभाव किसानों के लिए अच्छी खबर हो सकती है. हालांकि, बिजली गिरने और आंधी से थोड़ा नुकसान हो सकता है, जिससे सतर्कता की जरूरत है. हीटवेव के चलते अत्यधिक गर्मी लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है. खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने पानी की कमी से बचने और छायादार स्थानों पर रुकने की सलाह दी.