आज से शुक्र होने जा रहे वक्री, 13 अप्रैल तक वक्री रहेगा प्रेम का कारक शुक्र ग्रह, 6 राशियों को रहना होगा संभलकर

आज से शुक्र होने जा रहे वक्री, 13 अप्रैल तक वक्री रहेगा प्रेम का कारक शुक्र ग्रह, 6 राशियों को रहना होगा संभलकर

जयपुर: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रह के राशि परिवर्तन, मार्गी व वक्री अवस्था में आने का सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रह के मार्गी होने का अर्थ सीधी चाल और वक्री चाल का मतलब उल्टी चाल होती है. भाग्य के कारक व भौतिक सुख प्रदान करने वाले शुक्र ग्रह 02 मार्च को अपनी उच्च राशि मीन में वक्री होने वाले हैं.शुक्र को सुख, वैभव, भोगविलास और सौंदर्य का कारक ग्रह माना जाता है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र ग्रह 2 मार्च को सुबह 6:02 पर वक्री होंगे और 13 अप्रैल को सुबह 6:36 पर मार्गी होंगे. शुक्र ग्रह मीन राशि में वक्री होंगे. इस ग्रह की अच्छी स्थिति होने से जीवन में कई सुख-सुविधाएं मिलती हैं. वैवाहिक जीवन में भी शुक्र का असर पड़ता है. कुंडली में ये ग्रह मजबूत हालत में हो तो दांपत्य जीवन सुखद रहता है. वहीं शुक्र की कमजोर स्थिति वैवाहिक जीवन को खराब कर सकती है. शुक्र का प्रभाव इनकम, खर्चा, शारीरिक सुख-सुविधाएं, शौक और भोग-विलास पर होता है. इस ग्रह के कारण विवाह, पत्नी, अपोजिट जेंडर और सुख संबंधी मामलों में शुभ-अशुभ बदलाव देखने को मिलते हैं. इसके अशुभ प्रभाव से खांसी और कमर के निचले हिस्सों में बीमारी होती है. शुक्र सभी ग्रहों में सबसे ज्यादा चमकदार है. इसका राशि बदलना ज्यादातर लोगों के लिए शुभ ही होता है. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र जब वक्री स्थिति में आते हैं, तो जातक को मिले-जुले परिणाम देते हैं. इसकी वजह से भौतिक सुखों में कमी आ सकती है, प्रेम संबंधों में तनाव आ सकता है या रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है. कोई भी ग्रह विशेष जब अपनी सामान्य दिशा की बजाए उल्टी दिशा यानि विपरीत दिशा में चलना शुरू कर देता है तो ऐसे ग्रह की इस गति को वक्री कहा जाता है. दरअसल, ग्रहों का पथ अंडाकार होने से पृथ्वी की गति से जब अन्य ग्रहों की गति कम होती है, तब वे विपरीत दिशा में चलते हुए प्रतीत होते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वक्री चाल चलते समय ग्रह अपने नियत स्वभाव के अनुसार फल देने की बजाय उससे अलग फल भी देते हैं. जब भी कोई ग्रह वक्री होता है तो पृथ्वी के करीब होने की वजह से इसका सीधा प्रभाव राशियों पर पड़ता है.

ज्योतिष में शुक्र
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि  शुक्र या वीनस को ज्योतिष में स्त्री ग्रह भी माना जाता है. ये वृष और तुला राशि का स्वामी है. शुक्र लाभ के साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का भी कारक होता है. व्यक्ति की कलात्मकता का भी विकास होता है. किसी की कुंडली में ये ग्रह कमजोर या मजबूत हो, दोनों ही स्थिति में काफी मायने रखता है. ज्योतिष में शुक्र अच्छे कपड़े, विवाह, आमदनी, नारी, ब्राह्मण, पत्नी, यौन जीवन का सुख, फूल, वाहन, चांदी, आनंद, कला, वाद्ययंत्र और राजसी प्रवृत्ति का कारक ग्रह है. शुक्र के राशि परिवर्तन होने से इन मामलों संबंधी बदलाव देखने को मिलते हैं. शुक्र को रचनात्मकता रोमांटिक अहसास प्रेम सौंदर्य विवाह आदि का कारक ग्रह माना जाता है इसलिए शुक्र के गोचर को वैदिक ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. शुक्र को सभी ग्रहों में सबसे चमकदार ग्रह माना जाता है. चूंकि शुक्र एक शुभ ग्रह है इसलिए कुंडली में इसकी अच्छी स्थिति से जातकों को जीवन में कई सुख सुविधाएँ मिलती हैं लेकिन मुख्य रुप से प्रेम, भौतिक सुखों में इसकी मजबूती से वृद्धि होती है. शुक्र की उच्च राशि मीन है, वहीं धनु राशि में शुक्र का होना सामान्य माना जाता है. हालांकि, शनि, और केतु के साथ शुक्र की मित्रता होती है. वहीं ये बृहस्पति के साथ सामान्य फल देने वाला ग्रह है.

मौसम में अचानक बदलाव 
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि  शुक्र की चाल बदलने से खाने की चीजों की कीमतें सामान्य रहेंगी. समुद्री तूफान की आशंका बन रही है. सब्जियां, तिलहन और दलहन की कीमतें कम होंगी. देश में कुछ जगहों पर हल्की बारिश से ठंड बढ़ सकती है. सोना-चांदी और कीमती धातुओं में तेजी आ सकती है. मशीनरी समान महंगे हो सकते हैं. दूध से बनी चीजों का उत्पादन बढ़ सकता है. सुख-सुविधाओं की चीजों में बढ़ोत्तरी भी हो सकती है. देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा. अग्नि कांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना आंदोलन हिंसा धरना प्रदर्शन हड़ताल उपद्रव आगजनी की स्थिति बनेगी. पर्यावरण को लेकर महत्वपूर्ण बैठकें होंगी. राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे सत्ता संगठन में बदलाव होंगे. बड़े नेताओं से दुख समाचार मिलने की संभावना.

6 राशियों को रहना होगा संभलकर
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि सिंह राशि में शुक्र की चाल बदलने से कर्क, सिंह, कन्या, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों को नुकसान हो सकता है. इन राशियों के लोगों को लेन-देन और निवेश में संभलकर रहना होगा. शुक्र के कारण इनके कामकाज में बदलाव हो सकता है. सेहत संबंधी परेशानी हो सकती है. अपोजिट जेंडर वालों से तनाव बढ़ सकता है. विवाद होने की भी आशंका है. सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है. दौड़-भाग भी बनी रहेगी. लव लाइफ या दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव रहेगा. अनचाहे खर्चे भी होने के योग बन रहे हैं. कामकाज में लापरवाही और जल्दबाजी करने से भी बचना चाहिए.

6 राशियों के लिए अच्छा समय
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र की चाल बदलने से मेष, वृष, मिथुन, तुला, वृश्चिक और धनु राशि वालों के लिए समय अच्छा रहेगा. इन राशि वाले लोगों को किस्मत का साथ मिल सकता है. प्रॉपर्टी और आर्थिक मामलों में फायदा मिल सकता है. जॉब और बिजनेस में तरक्की मिल सकती है. सेहत के लिए समय अच्छा रहेगा. सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी. रुका हुआ पैसा मिलने के भी योग बन रहे हैं. अपोजिट जेंडर वालों के साथ समय बीतेगा. उनसे मदद मिल सकती है. कई मामलों में फायदे वाला समय रहेगा.

शुक्र के उपाय 
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि  मां लक्ष्मी अथवा मां जगदम्बा की पूजा करें. भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें. शुक्रवार का व्रत रखें और उस दिन खटाई न खाएं. चमकदार सफेद एवं गुलाबी रंग का प्रयोग करें. श्री सूक्त का पाठ करें. शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र, दही, खीर, ज्वार, इत्र, रंग-बिरंगे कपड़े, चांदी, चावल इत्यादि वस्तुएं दान करें.