VIDEO: कांग्रेस में घर वापसी की कवायद में जुटे कईं नेता, करीब एक दर्जन नेता कांग्रेस में शामिल होने की कतार में, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: आगामी निकाय और पंचायत चुनाव से पहले कईं नेता फिर से कांग्रेस में घर वापसी की कतार में है. प्रदेश नेतृत्व और प्रभारी से लगातार वो संपर्क में है और  जॉइनिंग के प्रयासों में जुटे हुए हैं. पूर्व विधायक अमीन खान औऱ मेवाराम जैन सहित करीब एक दर्जन नेता घर वापसी की लाइन में खड़े हैं. वापसी की कोशिशों में जुटे अधितकतर वो नेता है जिन्होंने बगावत करके निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा था या फिर  पार्टी ने अनुशासनहीनता के चलते उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था. 

पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कईं नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर दी थी औऱ फिर निर्दलीय मैदान में ताल ठोक दी. वहीं कईं ऐसे नेता भी थे जिन्होंने अपने ही पार्टी प्रत्याशियों की अंदरखाने कारसेवा कर दी थी. बाद में कांग्रेस ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर का रास्ता दिखा दिया था. लेकिन अब वो सारे नेता वापस कांग्रेस में शामिल होने के प्रयासों में जुटे हुए हैं. हालांकि करीब आधा दर्जन ऐसे नेता लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में वापसी कर चुके हैं. लेकिन एक दर्जन नेता अब भी घर वापसी की कतार में है.

कांग्रेस में घर वापसी की कतार में कईं नेता
बागी औऱ निष्कासित नेता जुटे कांग्रेस में फिर आने की कवायद में
करीब एक दर्जन नेता कर रहे हैं घर वापसी के प्रयास 
पूर्व विधायक अमीन खान और मेवाराम जैन कर रहे है प्रय़ास
गोपाल गुर्जर,रामचंद्र सराधना,बलराम यादव औऱ कैलाश मीणा भी कतार में
प्रदेश नेतृत्व और प्रभारी रंधावा के संपर्क में है ये नेता
इन नेताओं ने लड़ा था बागी होकर निर्दलीय विधानसभा चुनाव
वहीं अमीन खान औऱ मेवाराम जैन को किया गया था निष्कासित
हालांकि इन नेताओं ने दूसरे दलों का नहीं थामा था दामन
लिहाजा पार्टी विचार विमर्श  के बाद वापसी की दे सकती है हरी झंडी
वहीं आधा दर्जन बागियों की लोकसभा चुनाव से पहले हो गई  वापसी
फतेह खान,वीरेन्द्र बेनीवाल,ओम विश्नोई,सुनिल परिहार और मुखत्यार की हो चुकी है वापसी

कांग्रेस में वापसी की जद्दोजहद में जुटे इन नेताओं को लेकर स्टेट लीडरशिप ने भी सकारात्मक संकेत दिए हैं. पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा का कहना है कि अगर कोई बिना किसी शर्त के पार्टी में आना चाहता है तो उसका वेलकम है. लेकिन उसे पार्टी की विचारधारा औऱ हाईकमान के निर्देशों के तहत काम करना होगा.

दरअसल सियासी दलों में चुनाव से पहले नेताओं का आयाराम गयाराम अब आम बात हो चुकी है. राजस्थान में अब जल्द निकाय औऱ पंचायत चुनाव आने वाले हैं. लिहाजा इन नेताओं ने चुनाव से पहले घर वापसी की गोटियां बिछाना भी शुरु कर दिया है. घर वापसी की कवायद में जुटे अधिकतर नेताओं ने अच्छे खासे निर्दलीय लड़ते हुए वोट लेकर कांग्रेस का विधानसभा चुनाव में गणित भी बिगाड़ दिया था. ऐसे में पार्टी इनके जनाधार को देखते हुए इनको फिर से शामिल करने के लिए गंभीरता से विचार कर रही है. अब देखते है कि कितने नेताओं की वापस कांग्रेस में री एंट्री होती है.