जयपुर: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अगले महीने पांच साल पूरे करने वाले गोविंद सिंह डोटासरा ने नई पहल करते हुए प्रदेश में नियुक्त 200 विधानसभा कॉर्डिनेटर्स के साथ दो दिन तक मैराथन संवाद करके पूरे प्रदेश में कांग्रेस की वास्तविक स्थिति का खाका खींच लिया है. प्रदेश कांग्रेस वॉर रूम में दो दिन तक चले इस मंथन से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संगठन के लिए अमृत निकलने की उम्मीद है. इस फीडबैक के आधार पर जल्द ही डोटासरा संगठन को चुस्त दुरस्त करने के लिए अहम फैसले लेने वाले है.
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने संगठन सृजन अभियान के तहत दो दिन तक महामंथन किया. डोटासरा ने पहली बार प्रदेश में हर विधानसभा के लिए कॉर्डिनेटर्स की नियुक्ति की थी. इन कॉर्डिनेटर्स को पहले अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में विशेष टास्क देकर भेजा था. यह टास्क पूरा करने के बाद सभी कॉर्डिनेटर्स ने संगठन की फाइल तैयार की और डोटासरा के सामने प्रदेश में कांग्रेस के मौजूदा हालात सामने रखे. डोटासरा ने दो दिन तक सभी कॉर्डिनेटर्स के साथ वन टू वन संवाद किया.
-पहले दिन जयपुर, उदयपुर व कोटा संभाग के कॉर्डिनेटर्स से किया संवाद
-मंगलवार को भरतपुर, अजमेर, जोधपुर तथा बीकानेर संभाग का फीडबैक लिया
-प्रत्येक कॉर्डिनेटर्स के साथ बंद कमरे में बेठकर खुलकर संवाद किया
-संवाद के दौरान एक परफॉर्मा व खुद की डायरी लेकर बैठे रहे डोटासरा
-प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस संगठन की पूरी कुंडली खंगाली पीसीसी अध्यक्ष ने
-कॉर्डिनेटर्स द्वारा ली गई विभिन्न बैठकों की विस्तृत रिपोर्ट पर भी चर्चा की
-कॉर्डिनेटर्स ने कुछ जगह ब्लॉक पदाधिकारियों की उदासीनता के बारे में बताया
-तो संवाद के दौरान ही डोटासरा ने फोन लगाकर पढा दिया अनुशासन का पाठ
-कॉर्डिनेटर्स के रूप में 200 नए नेताओं की पहचान कर ली है डोटासरा ने
-जिला, ब्लॉक व मंडल स्तर पर कार्यकारिणी का गठन भी लगभग पूरा हो चुका है
-पूरे प्रदेश में एक लाख सक्रिय कार्यकर्ताओं की फौज तैयार कर ली है डोटासरा ने
-प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 500 सक्रिय नेताओं कार्यकर्ताओं की सूची बना ली गई है
-पहली बार किसी प्रदेश अध्यक्ष ने इस तरह से संगठन को दुरस्त् करने का बीड़ा उठाया
इस मंथन से पहले डोटासरा ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में नियुक्त समन्वयकों को अपने प्रभाव वाले विधानसभा क्षेत्र में जाकर ब्लॉक एवं मण्डल की बैठक लेने हेतु निर्देशित किया गया था तथा मण्डल एवं ब्लॉक की कार्यकारिणी पूर्ण रूप से गठित करने तथा रिक्त पदों को भरने हेतु सक्रिय कार्यकर्ता का चयन करने की जिम्मेदारी प्रदान की गई थी. सभी ब्लॉकों की कार्यकारिणी अपडेट हो चुकी है, रिक्त पद भरे जा चुके है और यह समस्त सूचना डिजीटल माध्यम से प्राप्त की जा चुकी है. सभी विधानसभा क्षेत्रों में मण्डल के गठन के पश्चात् 80 प्रतिशत मण्डलों में कार्यकारिणी आज दिनांक तक बनायी जा चुकी है और शेष रहे मण्डल की कार्यकारिणी 28 जून, 2025 तक बना ली जाएगी.
प्रदेश कांग्रेस द्वारा पूर्व में स्थानीय नेताओं की अनुशंषा पर आवश्यकता होने पर 80 स्थानों पर नगर कांग्रेस कमेटियों का गठन किया गया था किन्तु अब निर्णय लिया गया है कि सभी 249 नगरपालिका क्षेत्रों में नगर कांग्रेस कमेटियों का गठन किया जाएगा. जहां अकेले ब्लॉक में नगरपालिका क्षेत्र हैं वहां केवल ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का गठन हुआ किंतु कोई ऐसा क्षेत्र जहां ब्लॉक में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों हैं और उस क्षेत्र में नगरपालिका भी है तो वहां आवश्यक रूप से नगर कांग्रेस कमेटी का गठन किया जा रहा है. डोटासरा बूथ, मण्डल और ब्लॉक के कार्यों का सूक्ष्मता के साथ स्वयं फीडबैक ले रहे है.
विधायक अथवा विधायक प्रत्याशी ब्लॉक और मण्डल की मीटिंगों में कितनी बार शामिल हो रहे है, यह रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दर्ज की जा रही है. कुछ क्षेत्र में मण्डल अध्यक्ष अथवा ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा सक्रियता के साथ सहयोग नहीं करने की सूचना मिल रही है. संभावना है कि ऐसे उदासीन पदाधिकारियों की जल्द ही छुट्टी करके नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. डोटासरा ने संगठन की अहमियत को ध्यान में रखते हुए फैसला किया है कि नगर निकाय और पंचायत राज चुनावों में नगर अध्यक्ष, मण्डल अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष की भूमिका प्रमुख रूप से रहेगी.
आगामी पंचायती राज एवं नगर निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट 50 वर्ष से कम आयु के युवाओं को दिए जाएंगे. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि अपने पांच साल के कार्यकाल में डोटासरा ने कई नई पहल करके दिखा दिया है कि यदि कार्यकर्ताओं को स्वतंत्र जिम्मेदारी दी जाती है, तो संगठन को मजबूती से खड़ा किया जा सकता है.