नई दिल्लीः जाति जनगणना पर जगन मोहन रेड्डी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना के केंद्र के फैसले का स्वागत है. आंध्र प्रदेश ने नवंबर 2021 में प्रस्ताव पारित किया. जनवरी 2024 में गांव और वार्ड सचिवालयों से जाति-वार गणना करवाई.
देश की पहली पिछड़ी जाति-वार गणना कर नेतृत्व किया. जाति आधारित जनगणना से केंद्रित कल्याणकारी उपाय संभव होंगे. पिछड़े,हाशिए पर पड़े समुदायों का आर्थिक,सामाजिक विकास होगा. सामाजिक न्याय,समावेशी विकास की दिशा में अहम कदम है.