नई दिल्ली: ईरान-इजराइल युद्ध के बीच अचानक अमेरिका कूद गया और अमेरिका ने ईरान पर हमला करते हुए ईरान के 3 परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया. अमेरिका की ये कार्रवाई दुनिया के कई देशों को पसंद नहीं आई. वहीं इसको लेकर भारत में भी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. जिसको लेकर भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक तीखा बयान जारी करते हुए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है.
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर ईरान जैसे आतंक-समर्थक देश के पक्ष में खड़े होने का आरोप लगाते हुए इसे देशहित के खिलाफ और राजनीतिक तुष्टीकरण का खतरनाक उदाहरण बताया है. उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, कांग्रेस मौत के सौदागरों के साथ खड़ी है. ईरान जैसे परमाणु राष्ट्र जो आतंकवाद को संरक्षण देता है, उसका बचाव कर कांग्रेस ने एक बार फिर साबित किया है कि उसके लिए राष्ट्रहित नहीं, तुष्टिकरण की राजनीति सर्वोपरि है.
ईरान ने कश्मीर मुद्दे पर भारत को किया अपमानित:
उन्होंने कहा कि राजेश्वर सिंह ने कांग्रेस द्वारा ईरान को "पुराना मित्र" कहे जाने पर तीखा प्रहार किया और याद दिलाया कि ईरान ने कश्मीर मुद्दे पर भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपमानित किया. दिल्ली दंगों और CAA आंदोलन के समय भारत पर “मुसलमानों के नरसंहार” का आरोप लगाया. हमेशा भारत के आंतरिक मामलों में दखल देकर कट्टरपंथी ताकतों के सुर में सुर मिलाया. उन्होंने कहा, ऐसे देश के पक्ष में बोलना, न सिर्फ देश के खिलाफ है, बल्कि आतंकियों के हौसले बुलंद करने जैसा है.
इज़राइल की ईरान के खिलाफ कार्रवाई केवल आत्मरक्षा की नहीं:
डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि इज़राइल की ईरान के खिलाफ कार्रवाई केवल आत्मरक्षा की नहीं है बल्कि इज़राइल पूरे विश्व को परमाणु खतरे से बचाने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा ईरान सिर्फ इज़राइल के लिए खतरा नहीं है, बल्कि एक वैश्विक संकट है. उसके पास अगर परमाणु हथियार आते हैं, तो वह मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा सबित हो सकता है.
कांग्रेस का रवैया राष्ट्रविरोधी:
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का रवैया ‘राष्ट्रविरोधी’ है. जब अमेरिका, यूरोप और इज़राइल ईरान प्रायोजित आतंक नेटवर्क पर सख्ती दिखा रहे हैं, उस समय कांग्रेस उनका नहीं, ईरान का साथ दे रही है. यह राष्ट्रहित नहीं है बल्कि मतलबी तुष्टीकरण की राजनीति है.
राष्ट्रहित में एकजुटता की अपील:
राजेश्वर सिंह ने अपने बयान के अंत में सभी राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से एकजुट होकर कांग्रेस की इस नीति का विरोध करने की अपील करते हुए कहा कि यह विचारधारा सही नहीं है. यह मानवता बनाम आतंकवाद का सवाल है. हमें आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट रुख अपनाना ही होगा- आतंक के समर्थन में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.