अबकी बार 'नौतपा' नहीं 'तपेगा' ज्यादा ! 15 साल बाद नौतपा की तपिश नहीं होगी अधिक महसूस

अबकी बार 'नौतपा' नहीं 'तपेगा' ज्यादा ! 15 साल बाद नौतपा की तपिश नहीं होगी अधिक महसूस

नई दिल्ली : पिछले कई दशकों से गर्मी के चरम का प्रतीक माने जाने वाले नौतपा की शुरुआत इस बार अपेक्षाकृत हल्की महसूस हो रही है. जहां नौतपा के दिनों में झुलसाने वाली गर्मी आम बात होती थी, इस बार मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों को थोड़ी राहत दी है. 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक चलने वाले नौतपा में आमतौर पर सूर्य पृथ्वी के बेहद करीब होता है, जिससे तेज गर्मी का अनुभव होता है.

मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि इस बार नौतपा के दौरान बारिश और आंधी की वजह से तापमान में गिरावट आई है. साथ ही, मानसून की जल्दी शुरुआत ने भी गर्मी के तीव्र असर को काफी हद तक रोका है. भारत के कई राज्यों जैसे केरल, महाराष्ट्र, और गुजरात में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. खासकर केरल के 5 उत्तरी जिलों - मलाप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर, और कासरगोड में रेड अलर्ट जारी किया गया है.

मौसम वैज्ञानिक ने बताया, "नौतपा के दौरान आम तौर पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाता है. लेकिन इस बार हवा में नमी के चलते गर्मी ज्यादा महसूस नहीं हो रही है. ये बदलाव जलवायु परिवर्तन और मानसून की अनियमितता का इशारा है.

 

देश के उत्तरी हिस्सों, खासकर पूर्वोत्तर राज्यों जैसे मेघालय, मणिपुर और असम में भी भारी बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है. दूसरी ओर, राजस्थान के कई इलाकों में लू का प्रकोप जारी है और 27 मई तक गंभीर स्थिति बने रहने की संभावना है.