जयपुर: राजस्थान में दवा दुकानों के कामकाज की पुख्ता मॉनिटरिंग के लिए अब हर जिले में सहायक औषधि नियंत्रक कार्यालय होगा.मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंजूरी के बाद खाद्य एवं ड्रग आयुक्तालय में 18 नए सहायक औषधि नियंत्रक के पदों को स्वीकृति मिली है.इस फैसले से एक तरफ जहां सभी जिलों में सहायक औषधि नियंत्रक कार्यालय संचालित होगा, साथ ही विभाग में कार्यरत औषधि नियंत्रण अधिकारी की पदोन्नति के अलावा नई भर्तियों की राह भी खुलेगी. राजस्थान में भले ही जिलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हो, लेकिन खाद्य एवं औषधि नियंत्रण आयुक्तालय पिछले लम्बे समय से पुराने दस जिलों में अतिरिक्त चार्ज के भरोसे काम चला रहा है.
पूर्ववर्ती सरकार के समय घोषणा की गई थी कि मिलावट पर रोकथाम, दवाओं की खरीद-बेचान की सख्त मॉनिटरिंग और नशीली-नकली दवाओं के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए हर जिले में खाद्य एवं सहायक औषधि नियंत्रक कार्यालय खोला जाएगा.जिसके लिए दस जिलों में सहायक औषधि नियंत्रक के पद स्वीकृत करने का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया.इस बीच आठ नए जिलों को मौजूदा सरकार ने मंजूरी दी, तो प्रस्ताव को संशोधित करके भेजा गया.वित्त विभाग ने हाल ही में आयुक्तालय के इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को मंजूरी दी है.जिसके चलते एक तरफ जहां पदोन्नति के अवसर खुलने से विभाग के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर्स में खुशी की लहर है, साथ ही नई भर्ती की उम्मीद भी जगी है.
नई भर्ती की उम्मीद भी जगी:
-पूर्व के ये जिले, जहां खुलेगा एडीसी दफ्तर : राजसमन्द, करौली, जैसलमेर, सिरोही, प्रतापगढ़, दौसा, बूंदी, -बारां, धौलपुर व डूंगरपुर में सहायक औषधि नियंत्रक अधिकारी का पद स्वीकृत
-ये नए जिले, जहां खुलेगा एडीसी दफ्तर : ब्यावर, डीडवाना-कुचामन, कोटपूतली-बहरोड, बालोतरा, डीग, -फलौदी, खैरथल-तिजारा और सलूम्बर में सहायक औषधि नियंत्रक अधिकारी का पद स्वीकृत
ड्रग कंट्रोल ऑफिसर्स के खुले पदोन्नति के अवसर !:
-खाद्य एवं ड्रग आयुक्तालय के नए पदों के प्रस्ताव पर लगी मुहर का इफेक्ट
-राज्य सरकार ने प्रदेश में 18 नए सहायक औषधि नियंत्रक के पद किए स्वीकृत
-साथ ही तीन एडीसी का स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन चल रहा विचाराधीन
-यदि मौजूदा एडीसी को मिलता है वीआरएस, तो कुल 21 डीसीओ होंगे पदोन्नत
-सहायक औषधि नियंत्रक के पद पर पदोन्नत होंगे औषधि नियंत्रण अधिकारी
-साथ ही औषधि नियंत्रण अधिकारी के खाली पदों पर भर्ती की खुलेगी राह
इस पूरी कवायद से विभाग में तीन दर्जन से अधिक औषधि नियंत्रण अधिकारियों की भर्ती की राह भी खुलने की उम्मीद है.दरअसल, विभाग में 16 डीसीओ के पद रिक्त चल रहे है, जबकि एडीसी पद पर पदोन्नत होने से 18 डीसीओ के पद खाली हो जाएंगे.इसके अलावा एक एडीसी पूर्व में स्वैच्छिक सेवानिवृत्त ले चुके है, साथ ही तीन एडीसी का वीआरएस आवेदन विचाराधीन है.इन सभी को जोड़े तो करीब 38 डीसीओ के पद खाली होंगे, जिन पर जल्द ही भर्ती हो सकती है.