जयपुरः कोयले की कमी की दिक्कतों से आएदिन जूझने वाले राजस्थान के पावर प्लांट्स के अब अच्छे दिन आए है. इसे केन्द्र और राज्य सरकार का बेहतर समन्वय कहे या फिर प्रशासनिक कुशलता, जिसके चलते भीषण गर्मी के बावजूद सभी पावर प्लांट्स में सरप्लस स्टॉक मौजूद है. जिसके चलते आगामी बरसात के सीजन में बिजली उत्पादन में कोयला बाधा नहीं बनेगा. आखिर क्या है राजस्थान के पावर प्लांट्स की बदलती तस्वीर के पीछे की सच्चाई.
राजस्थान में भजनलाल सरकार के सत्ता में आते ही "कोयला" सिस्टम के लिए बड़ी चुनौती बनकर सामने आया. हालात ये रहे कि राजस्थान को आवंटित अधिकांश ब्लॉक से नाममात्र का कोयला आपूर्ति हो रहा था, जिसके चलते केन्द्रीय कोटे पर ही निर्भरता टिकी थी. इस दौरान अधिकांश प्लांट्स में दो से तीन दिन का कोयला ही स्टॉक में रहना आमबात थी. लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर के अथक प्रयास और एसीएस एनर्जी आलोक के प्रशासनिक कॉर्डिनेशन ने अब पूरी तस्वीर को ही बदल दिया है. उत्पादन निगम के आंकड़ों को देखे तो पिछले साल अप्रेल माह में राजस्थान को आंवटित ब्लॉक से महज 160 रैंक कोयला मिला, जबकि इस साल मार्च में ये आपूर्ति ढाई गुना बढ़कर 427 रैक पहुंच गई है. इस बदलाव का असर ये देखा गया कि राजस्थान के अधिकांश पावर प्लांट्स में कोयले के स्टॉक में भी जबरदस्त सुधार आया है. मौजूदा स्थित में भीषण गर्मी के बावजूद अलग-अलग प्लांट्स में 16 से 36 दिन तक का कोल स्टॉक मौजूद है. इस बारे में ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर का कहना है कि एक साल में जिस तरह से सरकार ने प्रयास किया, उसी का परिणाम है कि कोयले की किल्लत बिल्कुल समाप्त हो गई है. इसमें केन्द्र सरकार का भी काफी सहयोग मिला है
पिछले एक साल में यूं बढ़ती कोल आपूर्ति
माह :::::::::::::::::::::::::कोल ब्लॉक से आई रैक:::::::::::::सभी सोर्स से आई रैक
अप्रेल 2024 :::::::::::::::::::::: 160 :::::::::::::::::::::: 622
मई 2024 :::::::::::::::::::::::: 256 :::::::::::::::::::::: 745
जून 2024 :::::::::::::::::::::::: 263 :::::::::::::::::::::: 670
जुलाई 2024 ::::::::::::::::::: 219 :::::::::::::::::::::: 713
अगस्त 2024 :::::::::::::::::: 164 :::::::::::::::::::::: 555
सितम्बर 2024 ::::::::::::::: 180 :::::::::::::::::::::: 535
अक्टूबर 2024 ::::::::::::::: 202 :::::::::::::::::::::: 694
नवम्बर 2024 :::::::::::::::::: 229 :::::::::::::::::::::: 690
दिसम्बर 2024 :::::::::::::::: 304 :::::::::::::::::::::: 775
जनवरी 2025 :::::::::::::::::: 350 :::::::::::::::::::::: 753
फरवरी 2025 ::::::::::::::::: 356 :::::::::::::::::::::: 659
मार्च 2025 :::::::::::::::::: 427 :::::::::::::::::::::: 684
राजस्थान में हाल-ए-पावर प्लांट !
प्रदेश में बढ़ती बिजली की डिमाण्ड के बीच कोयले की आपूर्ति से राहत
इस साल की शुरूआत से राजस्थान के कोल ब्लॉक से रिकॉर्ड कोयला आपूर्ति
पिछले साल दिसम्बर माह में 775 रैक, इस साल जनवरी माह में 775 रैक,
फरवरी में 659 रैक और मार्च माह में 684 रैक कोयले की हुई आपूर्ति
नतीजन राजस्थान में बड़े बिजली घरों में मौजूद पर्याप्त मात्रा में क्वालिटीयुक्त कोयला
राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम आंकड़ों को देखे तो कोटा थर्मल में 16 दिन,
सूरतगढ़ थर्मल में 26 दिन, सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल में 33 दिन, छबड़ा में 25 दिन,
छबड़ा सुपर क्रिटिकल में 36 दिन, कालीसिंध थर्मल पावर प्रोजेक्ट में 18 दिन का कोयला
राजस्थान के प्लांट्स के लिए अभी पीईकेबी और परसा कोल ब्लॉक से हर माह 400 से अधिक रैक कोयला मिल रहा है. खुद विभागीय अधिकारियों की माने तो पिछले एक दशक में यह पहला मौका है, जब पावर प्लांट्स में नियमानुसार पर्याप्त कोल स्टॉक मौजूद है. इस बारे में ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि पावर प्लांट्स में कोयले के स्टॉक का आगामी बरसात के दिनों में बड़ा फायदा मिलेगा. क्योंकि तब खदानों से कोयला नहीं निकाला जा सकता, ऐसे में हम मौजूद स्टॉक से पावर प्लांट्स चलाकर आमजन का निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे.