VIDEO: राजस्थान पर्यटन को मिलेगा वैश्विक रंग, Wed in India और Hop-on Hop-off सेवाओं से राज्य के पर्यटन को नई उड़ान, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर : राजस्थान सरकार ने प्रदेश के पर्यटन को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. मुख्य सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में 11 जून को हुई मुख्य सचिव समिति (CoS) की बैठक में पर्यटन से जुड़े कई दूरगामी और प्रभावशाली निर्णय लिए गए. इन निर्देशों का उद्देश्य प्रदेश को एक वैश्विक पर्यटन हब के रूप में विकसित करना है, जो न केवल पर्यटकों को आकर्षित करे बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक पहचान को भी सशक्त बनाए. 

वैश्विक स्तर के पर्यटन स्थलों का विकास और नवीनीकरण:
बैठक में सबसे प्रमुख बात यह रही कि राजस्थान में नए वैश्विक स्तरीय पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा. साथ ही, वर्तमान में प्रचलित पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर उनका अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नवीनीकरण किया जाएगा. यह पहल उन ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों को विश्व पर्यटन मानचित्र पर और अधिक मजबूती से स्थापित करने की दिशा में की जा रही है, जो अब तक केवल राष्ट्रीय स्तर तक ही सीमित थे.
पर्यटन विभाग द्वारा शीघ्र ही एक व्यापक रूपरेखा तैयार की जाएगी, जिसमें संभावित नए गंतव्यों की सूची, जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, निवेश संभावनाएं और विपणन रणनीतियाँ शामिल होंगी. इस योजना में विशेष रूप से ग्रामीण पर्यटन, हेरिटेज साइट्स, धार्मिक पर्यटन और इको-टूरिज्म स्थलों को भी शामिल किया जाएगा.

Hop-on Hop-off बस सेवा पूरे राज्य में होगी लागू:
पर्यटकों की यात्रा को अधिक सहज, सुविधाजनक और व्यवस्थित बनाने हेतु राज्य के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों पर Hop-on Hop-off Bus Services शुरू की जाएंगी. ये सेवाएं आगंतुकों को अपनी यात्रा के दौरान किसी भी स्थान पर चढ़ने और उतरने की सुविधा देंगी, जिससे उनका समय और ऊर्जा दोनों की बचत होगी.
इसके साथ ही, इस सेवा को तकनीकी रूप से दक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए एक ऑनलाइन एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर विकसित किया जाएगा, जिसमें बस रूट्स, टिकट बुकिंग, गाइडेड टूर जानकारी, लाइव लोकेशन और भाषाई विकल्प उपलब्ध कराए जाएंगे. यह एप प्रदेश के पर्यटन अनुभव को डिजिटल और पर्यटक-अनुकूल बनाएगा.

“Wed in India” को मिलेगा बढ़ावा:
राजस्थान को डेस्टिनेशन वेडिंग की राजधानी बनाने के उद्देश्य से सरकार ने “Wed in India” अभियान को तेज़ी से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसके तहत पर्यटन विभाग द्वारा प्रमोशनल फिल्में तैयार की जाएंगी, जो राज्य के महलों, हवेलियों, किलों और रिसॉर्ट्स को विवाह स्थलों के रूप में प्रदर्शित करेंगी.
साथ ही, राज्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त हस्तियों द्वारा सम्पन्न डेस्टिनेशन वेडिंग्स की कहानियों, चित्रों और वीडियो का उपयोग प्रमोशनल लिटरेचर में किया जाएगा. यह रणनीति वैश्विक दर्शकों में उत्सुकता और विश्वास दोनों उत्पन्न करेगी, जिससे राज्य में पर्यटन के साथ-साथ आयोजन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा.

 

पर्यटन को मिलेगा ब्रांडिंग और विपणन का नया आधार:
बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि राजस्थान पर्यटन को केवल विरासत और संस्कृति तक सीमित न रखते हुए उसे आधुनिक सेवाओं, डिजिटल समाधान और अनुभवात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाए. इसके लिए राज्य सरकार न केवल निजी निवेश को आमंत्रित करेगी, बल्कि संयुक्त सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर काम करने की भी योजना बना रही है. राजस्थान सरकार द्वारा उठाए गए ये कदम राज्य के पर्यटन को संपूर्ण और समावेशी विकास की ओर ले जा रहे हैं. न केवल प्रमुख शहरों बल्कि छोटे और अनदेखे स्थलों को भी विकसित कर पर्यटन का विस्तार किया जाएगा. Hop-on Hop-off सेवाओं से यात्रा होगी सरल, "Wed in India" से मिलेगा वैवाहिक पर्यटन को प्रोत्साहन, और वैश्विक स्तर के नवीनीकरण से राजस्थान बनेगा भारत का सबसे जीवंत और आकर्षक पर्यटन गंतव्य.