नई दिल्ली: बाजरा-ज्वार से नवाचार का देश-दुनिया में क्रेज है. मिलेट्स को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की पहल को बढ़ावा मिल रहा है. नेशनल मिलेट्स ईयर-2018 के बाद मिलेट्स का रुझान बढ़ा. कई सालों से ऐसे कई स्टार्टअप जो मिलेट्स को बढ़ावा दे रहे. मिलेट्स से बना रहे नूडल्स सहित 100 से अधिक प्रोडक्ट बाजार में है. इन छोटे स्टार्टअप को अब बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां खरीद रही है.
टाटा सोलफुल स्टार्टअप में बाजरा, ज्वार सहित अन्य मिलेट्स है. ITC भी मिलेट्स का आटा सहित अन्य कई मिलेट्स बेच रही है. बाजरा, ज्वार, रागी, चना, कुटकी, कोदो, सांवा, कंगनी मिलेट्स का क्रेज है. यूनाइटेड नेशन ने मोदी की पहल पर 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित किया था. अमेरिका समेत कई देशों के सार्वजनिक आयोजन में मिलेट्स फूड है. रेगिस्तान तक सीमित बाजरा दुनियाभर में अपनी अगल पहचान बना रहा है.
बाजरा-ज्वार से नवाचार का देश-दुनिया में क्रेज:
-मिलेट्स को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की पहल को बढ़ावा
-नेशनल मिलेट्स ईयर-2018 के बाद बढ़ा मिलेट्स का रुझान
-कई सालों से ऐसे कई स्टार्टअप जो मिलेट्स को दे रहे बढ़ावा
-मिलेट्स से बना रहे नूडल्स सहित 100 से अधिक प्रोडक्ट बाजार में
-इन छोटे स्टार्टअप को अब खरीद रही बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां
-टाटा सोलफुल स्टार्टअप में बाजरा, ज्वार सहित अन्य मिलेट्स
-ITC भी मिलेट्स का आटा सहित बेच रही अन्य कई मिलेट्स
-बाजरा, ज्वार, रागी, चना, कुटकी, कोदो, सांवा, कंगनी मिलेट्स का क्रेज
-यूनाइटेड नेशन ने मोदी की पहल पर 2023 को घोषित किया था मिलेट्स ईयर
-अमेरिका समेत कई देशों के सार्वजनिक आयोजन में मिलेट्स फूड
-रेगिस्तान तक सीमित बाजरा दुनियाभर में बना रहा अपनी अगल पहचान