VIDEO: कब खत्म होगा RCA में सत्ता संघर्ष ? डेढ साल से एडहॉक कमेटी कर रही राज, 3 माह के लिए चुनाव कराने को बनी थी कमेटी, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: वैभव गहलोत की अध्यक्षता में कांग्रेस राज में बनी राजस्थान क्रिकेट संघ की कार्यकारिणी को हटाकर राज्य सरकार ने एडहॉक कमेटी का गठन कर दिया, लेकिन यह कमेटी आरसीए के चुनाव कराने मे पूरी तरह फेल रही है. हालात यह है कि कमेटी के सदस्यों में सत्ता का भयावह संघर्ष छिड़ा हुआ है, एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं. कमेटी को तीन महीने के लिए बनाया गया था, लेकिन डेढ साल से यह आरसीए पर काबिज है. दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरसीए मामले में पहली बार बोलते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह मूक दर्शक बनी हुई है. 

राजस्थान क्रिकेट संघ ने सत्ता के संघर्ष में प्रदेश की राजनीति को भी पीछे छोड़ दिया है. हालात यह है कि प्रदेश के क्रिकेटर्स भविष्य को लेकर परेशान है और पलायन करने की तैयारी में है. कांग्रेस शासन में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत आरसीए के अध्यक्ष बने थे, लेकिन भाजपा की सरकार आते ही वैभव पर ऐसा दबाव बना कि उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. बाकी कार्यकारिणी को भाजपा की मौजूदा सरकार ने बर्खास्त कर दिया और आरसीए के संचालन के लिए छह सदस्यीय एडहॉक कमेटी बना दी. एडहॉक कमेटी का कार्यकाल तीन महीने का होता है और इस दौरान ही उसको संघ के नए सिरे से चुनाव कराने थे, लेकिन कमेटी चुनाव की बजाय पॉवर पॉलिटिक्स में फंस गई.

कमेटी सत्ता के संघर्ष में प्रदेश की क्रिकेट को ही भूल गई. हालात यह हो गई कि कमेटी के सदस्य ही आपस में झगड़ने लगे, एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने लगे. एक तरफ भाजपा विधायक व कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी है, तो दूसरी तरफ भाजपा नेता व कैबिनेट मंत्री गजेंद्र खींवसर के बेटे धनंजय खींवसर ने बिहाणी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. विवाद के कारण हालात यह है कि आज आरसीए के पास न तो एसएमएस स्टेडियम में क्रिकेट का मैदान रहा और न ही खुद का दफ्तर. आईपीएल में तो इस कमेटी को दूध से मक्खी की तरह आयोजन से बाहर कर दिया. इस विवाद के चलते अब आरसीए कांग्रेस के निशान पर है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरसीए के मुद्दे पर पहली बार बोलते हुए कहा है कि विवाद चल रहे हैं लेकिन सरकार मूक दर्शक बनी हुई है.

अशोक गहलोत ने साधा सरकार पर निशाना:
गहलोत ने कहा -  भाजपा सरकार आने के बाद से ही क्रिकेटप्रेमियों में बड़ी निराशा का भाव है
RCA में एडहॉक कमिटी का गठन सरकार ने किया
विवादों के कारण यहां IPL तक का आयोजन चुनौतीपूर्ण हो गया
एडहॉक कमेटी, क्रीडा परिषद एवं खेल विभाग में विवाद चल रहे हैं
आरसीए के मामले पर राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है
कानूनी तौर पर एडहॉक कमेटी केवल तीन महीने के लिए होती है
इस दौरान चुनाव करवाने होते हैं परन्तु डेढ़ साल से चुनाव नहीं हुए हैं।
वैभव गहलोत के RCA अध्यक्ष के कार्यकाल में RCA की चर्चा सकारात्मक कार्यों के लिए हुई
2019 के बाद BCCI से RCA पर लगा बैन हटा था
राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय एवं IPL मैचों का आयोजन शुरू हुआ
RPL समेत राज्यस्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं
जोधपुर के बरकतुल्लाह खां स्टेडियम का जीर्णोद्धार हुआ
जोधपुर में RPL और CCL के मैच का आयोजन हुआ
वेदांता समूह के साथ जयपुर के पास दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियमों में से एक बनाने की शुरुआत हुई
भाजपा सरकार में इस स्टेडियम का काम भी अब बन्द हो गया है।
राजस्थान के क्रिकेट एवं क्रिकेट खिलाड़ियों के भविष्य को देखना चाहिए
लाखों क्रिकेट प्रेमियों की भावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए
RCA में चल रहे भयावह संघर्ष को बन्द करवाना चाहिए