क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर का निधन, सेवा और सादगी के थे प्रतीक

क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर का निधन,  सेवा और सादगी के थे प्रतीक

जयपुर : सामाजिक चेतना के पुरोधा भगवान सिंह रोलसाहबसर नहीं रहे.  क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर का निधन हो गया है. अंतिम दर्शनों के लिए संघ शक्ति भवन में उनकी पार्थिव देह रखी गई है. सर्व समाज के लोग अंतिम दर्शन कर रहे हैं.

प्रताप फाउंडेशन के संयोजक महावीर सिंह, संघ प्रमुख लक्ष्मण सिंह सहित अनेक लोग मौजूद हैं. शाम 4 बजे झोटवाड़ा पुलिया के पास स्थित मोक्षधाम में उनका अंतिम संस्कार होगा.

बता दें कि सन् 1946 में युवक संघ की स्थापना हुई. सन् 1971 को रजत जयंती और 1996 में स्वर्ण जयंती मनाई गई.  रोलसाहबसर की अगुवाई में हीरक जयंती समारोह हुआ. इस कार्यक्रम की गूंज पूरे देश में सुनाई दी. रोलसाहबसर ने समाज को अग्रणी बनाने के लिए काम किया. क्षत्रिय युवक संघ के स्वयं सेवकों को विषम परिस्थितियों में कैसे कार्य करें ये बताया.

 

लोक-कल्याण के हितार्थ सेवा कार्य करने के लिए प्रेरित किया. ये बताया कि क्षत्रिय धर्म होने का मतलब अपने प्राण देकर सबकी रक्षा करना है. समाज के लोगों को संघ की शाखाओं और शिविरों में आने की प्रेरणा दी. उन माता पिता को प्रोत्साहित किया जो अपने बच्चों को संघ के वर्ग शिविरों में भेजते थे.