नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना लिया है. इसकी जानकारी उन्होंने हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को दी. विराट का यह फैसला उनके करोड़ों फैंस और क्रिकेट प्रेमियों के लिए चौंकाने वाला माना जा रहा है. हालांकि, बीसीसीआई ने उन्हें जल्दी फैसला लेने से बचने और इस पर पुनर्विचार करने को कहा है.
विराट कोहली पिछले एक दशक से भारतीय क्रिकेट का अहम हिस्सा रहे हैं. उन्होंने तीनों फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई. उनके नेतृत्व में भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसे मजबूत टीमों के खिलाफ यादगार टेस्ट सीरीज़ जीती. टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना विराट के लिए भी आसान नहीं होगा. कप्तान और खिलाड़ी दोनों के रूप में उन्होंने इस प्रारूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
क्रिकेट के इस सबसे लंबे प्रारूप में उन्होंने 109 टेस्ट मैचों में 8,676 रन बनाए हैं, जिसमें उनके 28 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं. उनका उच्चतम स्कोर 254 रन नाबाद है. विराट के इस फैसले के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन हाल के दिनों में उनका ध्यान परिवार और व्यक्तिगत जीवन पर केंद्रित दिखा है.
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि उम्र के साथ खिलाड़ियों पर शारीरिक और मानसिक दबाव बढ़ने लगता है, जिससे वे मैदान और परिवार के बीच संतुलन बिठाने की कोशिश करते हैं. बीसीसीआई ने एक बयान में कहा कि विराट का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना भारतीय टीम के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है. बोर्ड ने विराट से अनुरोध किया है कि वह अपने फैसले पर थोड़ी और सोच-विचार करें और जल्दबाज़ी में कदम न उठाएं.