जयपुरः भारतीय जनता पार्टी ने अहिल्या बाई होल्कर की 300 वी जयंती पर अभियान छेड़ा हुआ है. आज बीजेपी प्रदेश मुख्यालय पर कार्यशाला का आयोजन हुआ. 31मई तक बीजेपी ने मंडल स्तर तक कार्यशाला, संगोष्ठी, लघु नाटक रैली समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने का लक्ष्य हाथ में लिया है. अहिल्या बाई होल्कर 18वीं सदी की एक महान शासिका और समाज सुधारक थीं, जिन्होंने मालवा क्षेत्र पर शासन किया था. होल्कर की ऐतिहासिक योगदान, सामाजिक कार्यों और मंदिरों के जीर्णोद्धार,सुशासन और न्याय के प्रतीक के तौर देखा जाता है. बीजेपी आम जन के बीच में यही बताना चाहती है जिससे संपूर्ण राष्ट्र जान सके उनके योगदान को.
बीजेपी ने एक नया अभियान छेड़ रखा है ये है अहिल्या बाई होलकर की जीवन गाथा को जन जन तक पहुंचाना है. बीजेपी का अभियान बताने से पहले जान लेते है कौन थी अहिल्या बाई होलकर. अहिल्या बाई होलकर भारत के मालवा साम्राज्य की मराठा होलकर रानी थीं. 1767 से 1795 तक शासन किया. अहिल्या बाई ने किसी राजघराने में जन्म नहीं लिया था फिर भी एक दिन उनके हाथ में एक राज्य की सत्ता आई और न सिर्फ कई सालों तक शासन किया बल्कि आज भी उनका नाम सम्मान से लिया जाता है. महाराष्ट्र सरकार ने उनके सम्मान में अहमदनगर का नाम बदलकर 'अहिल्या नगर' कर दिया है अहिल्या बाई का विवाह इंदौर राज्य के संस्थापक महाराजा मल्हारराव होलकर के पुत्र खंडेराव होलकर से हुआ था. 1754 में एक युद्ध में खंडेराव होलकर की मृत्यु हो गई. बारह साल बाद, उनके ससुर मल्हारराव भी चल बसे.. इसके बाद अहिल्या बाई ने 1767 में इंदौर के सिंहासन पर बैठीं और 1795 में अपनी मृत्यु तक शासन किया.
उन्होंने अपनी राजधानी को नर्मदा नदी के तट पर स्थित महेश्वर में स्थानांतरित किया. अहिल्या बाई एक कुशल प्रशासक और न्यायप्रिय शासक थीं. उन्होंने अपने राज्य को आक्रमणकारियों से बचाया और कई जनकल्याणकारी कार्य किए. उन्होंने मंदिरों, घाटों, कुओं, बावड़ियों, और धर्मशालाओं का निर्माण करवाया. उन्होंने सड़कों का सुधार करवाया और भूखों के लिए अन्नक्षेत्र खोले. उन्होंने कला, साहित्य और संगीत को भी प्रोत्साहन दिया. अहिल्या बाई होलकर का शासनकाल शांति और समृद्धि का काल था. उन्हें आज भी उनकी बुद्धिमत्ता, न्यायप्रियता और जनकल्याणकारी कार्यों के लिए याद किया जाता है. काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण उनके सबसे प्रसिद्ध कार्यों में से एक है. उन्होंने महेश्वर में एक कपड़ा उद्योग की स्थापना की, जिसने महेश्वरी साड़ियों को जन्म दिया जो आज भी बुनी जाती हैं. वे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ रही. बीजेपी ने जन जन के बीच अहिल्या बाई होलकर की जीवनगाथा पहुंचाने का बीड़ा उठाया. बीजेपी राजस्थान 31 मई तक मंडल स्तर तक कई कार्यक्रम करेगी.
अभियान चलाया जाएगाः
त्रिशतब्दी जयंती भाजपा भव्य तरीके से मना रही है. 21 से 31 मई तक प्रदेश भर में अहिल्याबाई होल्कर स्मृति अभियान चलाया जाएगा. इसमें महिला स्वयंसेवी संगठनों, स्थानीय निकायों और महिला निर्वाचित प्रतिनिधिय की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. इस दौरान बैठकें, गोष्ठियां, शोभा यात्रा, महिला सशक्तिकरण दौड़, कॉलेज विश्वविद्यालयो में प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक, नृत्य-नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रदर्शनी का आयोजन होगा.