जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को राजस्थान पुलिस के लिए आए 150 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाई.नए वाहन बेड़े में शामिल होने से प्रदेश में पुलिसिंग बेहतर हो सकेगी. राजस्थान पुलिस के बेड़े में लंबे समय के बाद नए वाहन शामिल हुए हैं. राजस्थान पुलिस में लंबे समय से नए वाहनों की जरूरत थी क्योंकि वर्षों से संचालित गाड़ियां खटारा होने की वजह से पुलिस कर्मियों को काफ़ी परेशानी हो रही थी. अब राजस्थान पुलिस बेड़े को नए वाहनों की सौगात मिल गई है. राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रमों की कड़ी में गुरुवार को जवाहर सर्किल पर आयोजित सुरक्षा एवं सुगमता का संकल्प समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस के 150 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस मौके पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद कुमार ,डीजीपी यूआर साहू समेत पुलिस महकमे के आला अधिकारी भी मौजूद रहे. राजस्थान को बेड़े को पुलिस थाना वाहन, पुलिस फील्ड अधिकारियों के वाहन, सड़क सुरक्षार्थ हाईवे रेस्क्यू वाहन, मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट वाहन और ट्रूप कैरियर वाहन मुहैया कराए गए है. डीजीपी यूआर साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस महकमे को 150 नए वाहनों की सौगात दी है. नए वाहन मिलने के बाद पुलिस बेड़ा मजबूत होगा और अपराधों पर नियंत्रण में सहायता मिलेगी. क्योंकि संसाधनों के बिना यह संभव नहीं है.
राजस्थान पुलिस को संसाधनों के लिहाज से मजबूत बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है.आने वाले दिनों में चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के सभी पुलिस थानों के वाहन भी रिप्लेस किए जाएंगे. कई थानों में नए वाहन उपलब्ध कराए जा चुके हैं. इससे पहले दिसंबर में भी पुलिस बेड़े में 750 मोटरसाइकिल, 25 पुलिस पेट्रोलिंग वाहन, 22 इंटरसेप्टर वाहन और लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी शामिल किए गए थे. वहीं आने वाले अगले दो साल में 800 नए वाहन भी पुलिस बेड़े में शामिल किए जाएंगे.इसके साथ ही अलग-अलग एजेंसियों को वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे. एंटी करप्शन ब्यूरो की फील्ड यूनिट को 30 वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे. गत वर्ष वाहनों की खरीद के लिए 67 करोड़ 79 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई थी.इनमें 780 दो पहिया वाहन, 276 बोलेरो, 36 मिनी बसें, 3 बसें, क्रिस्टा, एर्टिगा, टैंकर जैसे वाहनों की स्वीकृति मिली थी. इनमें एटीएस, एसओजी के लिए 21 बोलेरो की स्वीकृति मिली थी.