नई दिल्लीः टैरिफ वार के बीच भारत की नई कवायद है. अमेरिका से आयातित सामान पर भारत आधा टैरिफ करने को तैयार है. टैरिफ कम करने से भारत को 23 अरब डॉलर का नुकसान होगा. भारत से अमेरिका को निर्यात, जिसकी कीमत 66 अरब डॉलर आंकी जाती है, सुरक्षित रहने की उम्मीद है. भारत इलेक्ट्रिक वाहनों की बैट्री के निर्माण में आवश्यक सामान पर टैरिफ बहुत कम करना चाहता है. ताकि स्थानीय उद्योगपतियों व निर्माताओं का माल विदेशों में मार्केट किया जा सके है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि विदेश में बने वाहनों पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा. इस फैसले के बाद दुनियाभर के ऑटो सेक्टर में खलबली मची हुई है. नया इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला 2 अप्रैल से लागू होगा. यह कदम ऑटोमेकर्स की सप्लाई चेन को बाधित कर सकता है. साथ ही अमेरिका का व्यापारिक साझेदारों के साथ तनाव बढ़ सकता है. अमेरिका में कार की कीमतों में इजाफा और नौकरियों पर असर पड़ सकता है.
डोनाल्ड ट्रंप दवा और सेमीकंडक्टर जैसे उद्योगों पर भी टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे हैं. इससे पहले कनाडा, मैक्सिको और चीन से आयात सामान पर टैरिफ लगा चुके हैं.