जयपुर: जयपुर विकास प्राधिकरण के क्षेत्राधिकार में ढाई गुना बढ़ोतरी की जाएगी. जेडीए ने अपने रीजन में बढ़ोतरी का फाइनल प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवा दिया है. सरकार की स्वीकृति के बाद जेडीए के रीजन बढ़ाने की अधिसूचना होगी जारी आखिर किस तरह से जेडीए रीजन में की जाएगी यह ढाई गुना बढ़ोतरी.
जेडीए रीजन को वर्तमान में 3 हजार वर्ग किलोमीटर से बढ़ाकर साढ़े सात हजार वर्ग किलोमीटर करने का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास पहुंच गया है. जेडीए आयुक्त आनंदी की अध्यक्षता में गठित अधिकृत कमेटी ने जेडीए रीजन में 632 नए गांव शामिल करने की पहले स्वीकृति दे दी थी. इसके बाद जेडीए में गांवों के नाम का राजस्व रिकॉर्ड से परीक्षण किया गया. यह जांच की गई कि कहीं दो गांवों के बीच कोई गांव का नाम तो जेडीए में शामिल होने से नहीं बच रहा. इस सारे परीक्षण के बाद जेडीए ने फाइनल प्रस्ताव नगरीय विकास विभाग को भिजवा दिया है. विभाग की स्वीकृति के बाद इन नए 633 गांवों को जेडीए रीजन में शामिल करने की अधिसूचना जारी होगी. इससे पहले वर्ष 2005 में जेडीए रीजन में 247 गांव शामिल किए गए थे और इससे भी पहले 25 अक्टूबर 1997 को 153 गांव जेडीए रीजन में शामिल किए गए थे. आपको सबसे पहले बताते हैं कि जेडीए ने अपने रीजन में ढाई गुना बढ़ोतरी का किस तरह फैसला किया था.
-जेडीए रीजन का पुन:निर्धारण करने का प्रावधान जेडीए एक्ट की धारा 2(8) में हैं
-इसी धारा के तहत 7 अगस्त 2023 को जेडीए आयुक्त की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया
-इस समिति ने पहले जेडीए रीजन में 272 नए गांवों को शामिल करना प्रस्तावित किया था
-इसके तहत जेडीए रीजन मौजूदा 3 हजार वर्ग किलोमीटर से बढ़ाकर 4 हजार वर्ग किलोमीटर किया जाना प्रस्तावित था
-लेकिन बाद में जयपुर शहर के चारों तरफ विकास की संभावनाओं को देखते हुए इसे और बढ़ाने पर विचार किया गया
-इसके लिए समिति ने जयपुर शहर के चारों तरफ 100 किलोमीटर व इसके बाहर के परिधि क्षेत्र का अध्ययन किया
-इस क्षेत्र में मौजूद रेलवे लाइन,अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम,कन्वेंशन सेंटर,हवाई अड्डा,विभिन्न राजमार्ग,
-औद्योगिक क्षेत्र,मंडियां,रिंग रोड,पर्यटन स्थल,विश्वविद्यालय,महाविद्यालय,आर्थिक विकास केन्द्र,
-तहसील मुख्यालय,नगरपालिका मुख्यालय,पंचायत मुख्यालय आदि के कारण हो रही आर्थिक गतिविधियों
-और इनके कारण इनके आस-पास के इलाके में भविष्य में होने वाली आर्थिक गतिविधियों को लेकर अध्ययन किया गया
-इन गतिविधियों के साथ भावी विकास को भी अध्ययन में शामिल किया गया
-इसके बाद जाकर जेडीए रीजन को वर्तमान से ढाई गुना बढ़ाने का समिति ने महत्वपूर्ण फैसला किया
जयपुर विकास प्राधिकरण के इलाके में 13 तहसीलों के 632 गांवों को शामिल किया जाएगा. इसके तहत पांच और नगर पालिकाओं के नगरीय क्षेत्र के गांवों को जेडीए रीजन में शामिल किया जाएगा. जयपुर शहर से लगते राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख सड़कों के दोनों तरफ 40 से 60 किलोमीटर तक नया इलाको जेडीए रीजन में शामिल किया जाएगा.
-जेडीए रीजन में वर्तमान में जयपुर ग्रेटर नगर निगम,जयपुर हैरिटेज नगर निगम क्षेत्र,
-चौमूं,बगरू,बस्सी व वाटिका का नगर पालिका क्षेत्र शामिल है
-जेडीए की ओर से राज्य सरकार को भेजे प्रस्ताव के मुताबिक शाहपुरा,जोबनेर,चाकूस,दूदू और
-फागी नगर पालिका के नगरीय क्षेत्र के गांवों को भी शामिल किया जाएगा
-इन नई नगर पालिकाओं की सीमा के इलाके में नगर पालिका ही काम करेंगी
-जबकि इनसे लगते नगरीय क्षेत्र का जेडीए की ओर से नियोजित विकास किया जाएगा
-जयपुर जिले की 13 तहसीलों के 632 गांवों को जेडीए रीजन में शामिल किया जाएगा
-जेडीए रीजन टोंक रोड पर चाकसू के मास्टर प्लान की सीमा तक बढ़ेगा
-फागी रोड पर फागी के आस-पास तक,अजमेर रोड पर दूदू के आस-पास तक,
-कालवाड़ रोड पर जोबनेर के मास्टर प्लान की सीमा तक जेडीए रीजन में बढ़ोतरी होगी
-चौमूं रेनवाल रोड पर कालाडेरा तक,सीकर रोड पर उदयपुरिया मोड़ के आस-पास तक
-चौमूं अजीतगढ़ रोड पर सामोद के आस-पास तक,दिल्ली रोड पर शाहपुरा के मास्टर प्लान की सीमा तक
-आगरा रोड पर जयपुर जिले की सीमा तक जेडीए रीजन का विस्तार किया जाएगा
-जेडीए रीजन में शामिल किए जाने से इन 633 नए गांवों का नियोजित विकास हो सकेगा
-भविष्य की आवश्यकता के अनुसार सार्वजनिक सुविधाएं और रोड नेटवर्क सुनिश्चित किया जा सकेगा
-जेडीए रीजन के नए मास्टर प्लान के दायरे में शामिल होने से इन नए गांवों का भी लैंड यूज प्लान निर्धारित होगा
-लैंड यूज प्लान निर्धारित होने से इन गांवों में नियोजित बसावट हो सकेगी
-मास्टर प्लान के तहत जोनल प्लान और सेक्टर प्लान निर्धारित होने से सड़कों के लिए भूमि आरक्षित की जा सकेगी.