नई दिल्ली: बिहार में बिजलियां किसानों पर कहर बरपा रही हैं. अप्रैल के 3 हफ्तों में इस कुदरती कहर से 5 दर्जन लोगों की मौत हो गई है. प्रति किमी वज्रपात के मामले में 24वें स्थान पर बिहार है.
लेकिन इससे मरने वालों की संख्या के मामले में बिहार दूसरे नंबर पर है. बिहार में हर साल में बिजली गिरने से 250-400 मौतें होती हैं. 2019-2024 के बीच 6 साल में वज्रपात से 2,937 लोगों की मौत हो गई है. बिजली से मौत के मामले में मध्य प्रदेश के बाद दूसरे नंबर पर बिहार है.
गया, औरंगाबाद, रोहतास, बांका, जमुई जिलों में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. अप्रैल-सितंबर में दोपहर 12.30 से शाम 6 बजे तक ऐसे हादसे होते हैं. ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सरकार जागरूकता अभियान चला रही है.