नई दिल्लीः दुनिया की सबसे घातक ब्रह्मोस मिसाइल लखनऊ में बनेगी. लखनऊ में तैयार ब्रह्मोस-एनजी मिसाइल दुश्मन के सैन्य ठिकाने उड़ाएगी. ब्रह्मोस-नेक्स्ट जेन का निर्माण सरोजनीनगर में होगा. ब्रह्मोस-नेक्स्ट जेन मिसाइल रडार को चकमा देने में भी सक्षम है. लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल की उत्पादन यूनिट तैयार है. यूनिट के 11 मई को प्रस्तावित उद्घाटन की तैयारियों को भी अंतिम रूप दिया गया.
वर्ष 2026 में लड़ाकू विमान सुखोई और राफेल में लगाकर परीक्षण किया जाएगा. यह मिसाइल वर्तमान ब्रह्मोस से कई गुना अधिक रफ्तार, दूरी और मारक क्षमता वाली होगी. मौजूदा ब्रह्मोस की रेंज जहां 290 से 490 किमी तक है. वहीं ब्रह्मोस-नेक्स्ट जेन 1500 किलोमीटर से भी अधिक दूरी तक दुश्मन को निशाना बना सकेगी.
रडार की पकड़ से भी बच सकेगीः
इसकी रफ्तार करीब 4321 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. ब्रह्मोस-नेक्स्ट जेन मौजूदा वर्जन से 50 फीसदी हल्की और तीन मीटर छोटी होगी. जिससे यह दुश्मन की रडार की पकड़ से भी बच सकेगी. इसका वजन करीब 1.5 टन और लंबाई 6 मीटर होगी. इस मिसाइल को भारत के DRDO और रूस की NPO मशीनोस्ट्रोयेनिया ने संयुक्त रूप से तैयार किया है.