मन की बात में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्पेस साइंस में भारत नई ऊंचाई छू रहा, स्पेस सेक्टर में नारी शक्ति तेजी से बढ़ी है

मन की बात में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्पेस साइंस में भारत नई ऊंचाई छू रहा, स्पेस सेक्टर में नारी शक्ति तेजी से बढ़ी है

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मन की बात" कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. मन की बात कार्यक्रम का आज 119वां संस्करण है. पीएम मोदी "मन की बात" कार्यक्रम को  संबोधित करते हुए कहा कि स्पेस साइंस में भारत नई ऊंचाई छू रहा. स्पेस सेक्टर में नारी शक्ति तेजी से बढ़ी है. AI के क्षेत्र में भारत का उभरता भविष्य है. साथियों आने वाले कुछ ही दिनों में हम नेशनल सांइस डे मनाने जा रहे हैं. 

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे बच्चों का, युवाओं का साइंस में इंटरेस्ट और पैशन बहुत मायने रखता है. इसे लेकर मेरे पास एक आइडिया है. जिसे अप UNE DAY AS A SCIENTIST कह सकते हैं. यानि आप अपना एक दिन एक साइंटिस्ट के रूप में बिताकर देखें. आप इसके लिए अपनी सुविधा अनुसार कोई भी दिन चुन सकते हैं. उस दिन आप किसी रिसर्च लेब, प्लेटिरियम या फिर स्पेस सेंटर जैसी जगहां पर जरूर जाएं. इससे साइंस को लेकर आपकी जिज्ञासा और बढ़ेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साथियों, इस बार महिला दिवस पर मैं एक ऐसी पहल करने जा रहा हूं. जो हमारी नारी शक्ति के समर्पित होगी. इस विशेष अवसर पर मैं अपने सोशल मीडिया अकाउंट जैसे X, इंस्टाग्राम के अकाउंट के देश की कुछ इंस्पायरिंग वुमन को एक दिन के लिए सौंपने जा रहा हूं. 8 मार्च को वो अपने कार्य और अनुभवों को देशवासियों के साथ साझा करेंगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों देहरादून में नेशनल गैम्स की ओपनिंग के दौरान मैंने एक बहुत ही अहम विषय उठाया है, जिससे देश में एक नई चर्चा की शुरुआत की है. ये विषय ओबेसिटी यानि मोटापा एक फिट और हेल्दी नेशन बनने के लिए हमें ओबेसिटी की समस्या से निपटना ही होगा. एक स्ट्डी के मुताबिक आज हर 8 में से 1 व्यक्ति ओबेसिटी की समस्या से परेशान है. बीते वर्षों में ओबेसिटी के मामले दोगुने हो गए हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि बच्चों में भी मोटापे की समस्या 4 गुणा बढ़ गई है. WHO का डाटा बताता है कि 2022 में दुनिया-भर में कीब ढाई सौ करोड़ लोग ओवरवेट थे. ये आंकड़े बेहद गंभीर है और हम सभी को सोचने पर मजबूर करते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?

पीएम मोदी ने कहा कि साथियो, वाकई हमारे यहां वनस्पति और जीव-जंतुओं का एक बहुत ही वाइब्रेंट इकोसिस्टम है. ये वन्य जीव हमारे इतिहास और संस्कृति में रचे बसे हुए हैं. कई जीव-जन्तु हमारे देवी-देवताओं की सवारी के तौर पर भी देखे जाते हैं. मध्य भारत में कई जन-जातियां बाघेश्वर की पूजा करती है. महाराष्ट्र में वाघोबा के पूजन की परंपरा रही है.
भगवान अयप्पा का भी बाघ से बहुत गहरा नाता है. सुंदरवन में बोनबीबी की पूजा-अर्चना होती है, जिनकी सवारी बाघ है. हमारे यहां कर्नाटका के हुली वेशा, तमिलनाडु के पूली और 
केरला के पुलिकली जैसे कई कल्चर डांस है जो नेचर और वाइल्ड लाइफ के साथ जुड़े हुए हैं.