जयपुर: राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग (PHED) के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (SE) अशोक जांगिड़ के जयपुर सहित 6 जिलों में स्थित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. आज अल सुबह टीमें प्रदेश के अलग-अलग शहरों में पहुंचीं. आय से अधिक संपत्ति के मामले में यह कार्रवाई हुई है. अशोक जांगिड़ की फिलहाल बांसवाड़ा में तैनाती है.
एसीबी से मिली जानकारी के मुताबिक- अशोक जांगिड़ के जयपुर शहर, पावटा (कोटपूतली), मौजमाबाद (जयपुर), उदयपुर, अजमेर, मालपुरा (टोंक) के विभिन्न ठिकानों के साथ-साथ पीएचईडी कार्यालय बांसवाडा, खनिज कार्यालय उदयपुर, टोंक, अजमेर, जयपुर व उप पंजीयक कार्यालय पावटा, मौजमाबाद में दो टीमें सर्च में लगी हैं. इस कार्रवाई में 250 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी सर्च अभियान में जुटे हैं. ACB,DG रविप्रकश मेहरड़ा, ADG स्मिता श्रीवास्तव के निर्देश पर कार्रवाई चल रही है. ACB द्वारा PHED बांसवाड़ा के SE अशोक कुमार जांगिड़ के ठिकानों पर ऑपरेशन 'बेखौफ' चला कार्रवाई को अंजाम दिया. अशोक कुमार द्वारा स्वयं के नाम 19 परिसंपत्तियां, पत्नी सुनिता के नाम 3 परिसंपत्तियां, पुत्र निखिल जांगिड़ के नाम 32 परिसंपत्तियां है. ?
जयपुर शहर, पावटा, कोटपूतली, श्रीमाधोपुर, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा टोंक, श्रीमोहनगढ़ जैसलमेर में करीब 19 महत्वपूर्ण स्थानों पर कुल 54 अचल परिसंपत्तियां है. खरीदने और निमार्ण में करोड़ों रुपए खर्च करना उजागर हुआ. अशोक कुमार द्वारा खुद के नाम जयपुर और पावटा में मकान है. कैमरिया पावटा में फार्म हाउस, पत्नी के नाम जयपुर में बनीपार्क और बिंदायका में व्यावसायिक दुकान है. पुत्र के नाम उदयपुर, मालपुरा, अजमेर और बुचारा पावटा में 5 खनिज लीज है. श्रीमाधोपुर में कमर्शियल भूमि खनिज और ग्राइन्डिग उद्योग प्रयोजनार्थ खरीदने, वहीं करोड़ों रुपए निवेश करने के साक्ष्य मिले.
पुत्र के नाम उदयपुर, मालपुरा, अजमेर और बुचारा पावटा में खनिज लीजों में क्रेशर, पोकलेन मशीन, एलएण्डटी मशीन, आईआर ब्लास्टिंग मशीन, डम्पर आदि और खनिज संचालन में है. करोड़ों रुपए व्यय करना उजागर हुआ. अशोक कुमार और परिवारजनों के कुल 22 बैंक खातों में करीब 21 लाख रुपए जमा होना उजागर हुआ. पुत्र और पुत्री की स्कूली शिक्षा, कोचिंग एवं उच्च शिक्षा में करीब 30 लाख रुपए व्यय उजागर करना हुआ. खनिज विभाग एवं उप पंजीयक के विभिन्न स्थानों के कार्यालय से ACB द्वारा संबंधित रिकॉर्ड प्राप्त किए जा रहे है. कार्रवाई में करोड़ों रुपए की काली कमाई उजागर होने की संभावना है.