जयपुरः राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार और ठोस नीतिगत प्रयास प्रदेश में पर्यटन, उद्योग और क्षेत्रीय संपर्क को नई ऊंचाई देने जा रहे हैं. सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन मंत्री गौतम कुमार दक की प्रभावी मॉनिटरिंग और दूरदर्शी सोच के चलते इस क्षेत्र में अभूतपूर्व गति आई है.
राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित नागरिक उड्डयन नीति - 2024 इस दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रही है. इसके तहत फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (FTO) के लिए भूमि लीज आवंटन की स्पष्ट नीति बनाई गई है, जिससे प्रशिक्षु पायलटों को आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र उपलब्ध हो सकेंगे. कोटा में नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए 440.6461 हेक्टेयर भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को नि:शुल्क हस्तांतरित की गई है और इसके निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. यह हवाई अड्डा न केवल कोटा बल्कि आसपास के जिलों की आर्थिकी को भी नई दिशा देगा. राज्य सरकार ने विमानन क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए FTO, MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल) और एयरोस्पोर्ट्स जैसे क्षेत्रों में कुल 15 समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं. किशनगढ़ में एक FTO का संचालन शुरू हो चुका है जबकि भीलवाड़ा के हमीरगढ़ में भूमि आवंटन के बाद निर्माण कार्य जारी है.जयपुर हवाई अड्डे पर राज्य टर्मिनल निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने 12778 वर्गमीटर भूमि आवंटित की है, जिसका निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा.
इसके अलावा किशनगढ़ एयरपोर्ट के विस्तार के लिए आवश्यक भूमि और सहयोग भी प्रदान किया जाएगा. प्रदेश सरकार द्वारा तैयार किया गया रोडमैप नागरिक उड्डयन को पर्यटन विकास से जोड़ते हुए धार्मिक स्थलों और जिला मुख्यालयों को हवाई सेवाओं से जोड़ने की दिशा में अग्रसर है. भारत सरकार की उड़ान योजना (RCS) के तहत क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत किया जा रहा है. जिन जिलों में वर्तमान में हवाई पट्टियाँ नहीं हैं, वहाँ भविष्य की जरूरतों के अनुरूप भूमि आरक्षित की जा रही है. साथ ही, प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर हेलीपैड निर्माण की योजना बनाई गई है, जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को त्वरित और सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सकेगी. राज्य सरकार एयरो स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए नई नीति लाने की तैयारी कर रही है, जिससे युवाओं में एविएशन क्षेत्र के प्रति रुचि बढ़ेगी. साथ ही दूर-दराज के क्षेत्रों में आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू करने की भी योजना है, जो ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में जीवनरक्षक सेवा सिद्ध हो सकती है.इन सब पहलुओं को मिलाकर कहा जा सकता है कि राजस्थान में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में उठाए गए ठोस कदम आने वाले वर्षों में राज्य को पर्यटन, रोजगार और निवेश के एक नए केंद्र के रूप में स्थापित करेंगे.