जयपुर: निकाय और पंचायत चुनावों से पहले बीजेपी ने शेखावाटी पर फोकस कर दिया. सीएम भजन लाल शर्मा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के शेखावाटी के दौरों से यही प्रतीत होता है. यमुना जल समझौता और राजेंद्र राठौड़ के जन्मदिन पर हुआ कार्यक्रम बेहद है. झुंझुनूं उप चुनाव जीत के बाद बीजेपी यहां पीछे मुड़ कर देखना नहीं चाहती.
शेखावाटी का इलाका या जाट लैंड बीजेपी के लिए सदैव कमजोर कड़ी रहा है. जाट आरक्षण ने यहां बीजेपी को जरूर सियासी ताकत देने का काम किया था. लेकिन बीते विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हाथ यहां कमल पर भारी रहा. चूरू और झुंझुनूं लोकसभा सीट को कांग्रेस ने जीत लिया. सीकर सीट कांग्रेस - सीपीएम गठबंधन खाते में चले गई. सीएम भजन लाल शर्मा के इन क्षेत्रों में दौरे विकास के साथ सियासी तापमान को प्रभावित करते है. यमुना जल समझौते से बीजेपी को यहां सियासी लाभ की उम्मीद है.
-- शेखावाटी के जनप्रतिनिधि --
सीकर राजेंद्र पारीक कांग्रेस
धोद गोवर्धन वर्मा बीजेपी
फतेहपुर हाकम अली टांक कांग्रेस
लक्ष्मणगढ़ गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस
खंडेला सुभाष मील बीजेपी
श्रीमाधोपुर झाबर सिंह खर्रा बीजेपी
नीमकाथाना सुरेश मोदी कांग्रेस
दांतारामगढ वीरेंद्र सिंह कांग्रेस
झुंझुनूं राजेंद्र भांभू बीजेपी
खेतड़ी धर्मपाल गुर्जर बीजेपी
मंडावा रीटा चौधरी कांग्रेस
नवलगढ़ विक्रम सिंह जाखल
उदयपुरवाटी भगवाना राम सैनी कांग्रेस
पिलानी पितराम काला कांग्रेस
सूरजगढ़ श्रवण कुमार कांग्रेस
चूरू हरलाल सहारण बीजेपी
तारानगर से नरेंद्र बुढ़ानिया कांग्रेस
सुजानगढ़ से मनोज मेघवाल कांग्रेस
रतनगढ़ से पूसाराम गोदारा कांग्रेस
सादुलपुर से मनोज कुमार न्यांगली बसपा
सरदारशहर से अनिल शर्मा कांग्रेस
चूरू लोकसभा - राहुल कसवां
झुंझुनूं लोकसभा - बृजेंद्र ओला
सीकर - कॉमरेड अमराराम CPM
-- बीजेपी सरकार में प्रतिनिधित्व --
झाबर सिंह खर्रा UDH मंत्री
प्रेम सिंह बाजोर चेयरमैन सैनिक कल्याण बोर्ड
बीजेपी के लिए बीते चुनाव में सर्वाधिक नुकसानदेह रहा पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का तारानगर से चुनाव हारना. इसके बावजूद उनका सियासी कद यहां विराट है उनके जन्मदिन कार्यक्रम पर सरकार और समर्थकों का जुटना इस बात का संकेत है. सीएम भजन लाल शर्मा के क्षेत्र के दौरे विकास की नई गाथा लिखने का काम कर रहे. यमुना जल समझौते से यहां की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में चार चांद लग सकते है. जन भावना के अनुरूप सीएम ने यहां के लोगों से संवाद किया.
हालांकि भविष्य में उम्मीद है शेखावाटी के नेताओं का सियासी कद बढ़ेगा. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा यहां कांग्रेस की बड़ी सियासी ताकत है. यही कारण है कि बीजेपी यहां किसान और सैनिकों के परिवारों के बीच विकास की गंगा बहाने की बात कर रही.