जयपुरः बच्चों की ऑनलाइन अटेंडेंस, शिक्षकों पर भारी पड़ रही है. शिक्षक पहले से ही अनगिनत गैर शैक्षिक कार्यों के बोझ तले दबे हैंय. अब सरकार उन पर एक और नए काम डालने की तैयारी में है. अब तक सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की ऑफलाइन उपस्थिति ली जा रही थी.
अब पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के चिन्हित सरकारी स्कूलों में उपस्थिति ली जाएगी. मोबाइल एप से विद्यार्थियों की उपस्थिति ली जाएगी. प्रथम चरण में प्रदेश के 339 स्कूलों का चयन हुआ है. इससे विद्यार्थियों की उपस्थिति की डिटेल विभाग के पास हाथों-हाथ पहुंचेगी.
शिक्षक संगठन कर रहे विरोधः
एक बार उपस्थिति दर्ज होने के बाद उसमें उसी दिन संशोधन का भी ऑप्शन होगा. लेकिन इस फैसले का शिक्षक संगठन विरोध कर रहे है. शिक्षकों को कहना ग्रामीण क्षेत्रों में शाला दर्पण पर उपस्थिति दर्ज करना मुश्किल है. ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट सेवाएं सुचारू नहीं है. ऐसे में शिक्षकों पर एक और काम का अत्यधिक भार पड़ेगा.