फिटनेस सेंटर्स पर कार्रवाई करने में अब सुस्त हुआ परिवहन विभाग, राजस्थान में फिटनेस सेंटर्स की मनमानी ! देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः जयपुर जिले में बीते दिनों हुए दो सड़क हादसों ने प्रदेश भर के फिटनेस सेंटरों पर सवाल खड़े ​कर दिए हैं. निजी हाथों में फिटनेस सेंटर देने के बाद वाहनों की जांच में भारी अनियमितताएं सामने आ रही है लेकिन परिवहन विभाग फिटनेस सेंटरों की मनमानी नहीं रोक पा रहा है 

प्रदेश में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है , पिछले कई हादसों पर गौर करें तो वाहनों की फिटनेस समय पर नहीं होने और कंडम वाहनों को फिटनेस प्रमाण पत्र मिलने के बाद हादसे हुए हैं. यानी फिटनेस के समय वाहनों की सही तरीके से जांच नहीं की जा रही है. परिवहन ​विभाग की ओर से सेंटरों को निलंबित तो कर दिया जाता है, लेकिन यह निलंबन एक से तीन महीने तक किया जाता है. अभी तक विभाग की ओर से एक भी फिटनेस सेंटर को निरस्त नहीं किया गया है. पिछले महीनों में दो सेंटरों को निरस्त करने की कार्रवाई की गई, लेकिन कोर्ट से स्टे लाकर सेंटर फिर शुरू हो गए,  पिछले महीनों में विभाग की ओर से एक दर्जन से अ​धिक फिटनेस सेंटरों पर कार्रवाई की गई. इन सेंटरों को निलंबित किया गया. विभाग ने सेंटरों पर गंभीर लापरवाही पकड़ी. दो सेंटरों को निरस्त भी किया गया. लेकिन कोर्ट में विभाग की ओर से पैरवी नहीं की गई. कमजोर पॉलिसी के कारण विभाग पैरवी नहीं कर पाता और फिटनेस सेंटर कोर्ट से बहाल हो जाते हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार में इन फिटनेस सेंटरों पर वाहनों की फिटनेस शुरू की गई थी. 

गड़बड़ी की शिकायतों का अंबारः
फिटनेस का काम निजी सेक्टर में दिए जाने से पहले आरटीओ कार्यालयों में वाहनेां की फिटनेस अनिवार्य थी,  विभाग के निरीक्षकों की ओर से फिटनेस की जाती थी. विभाग की मॉनिटरिंग के चलते वाहनों की जांच सख्ती के साथ की जाती थी. लेकिन अब आरटीओ ऑफिस से फिटनेस कराने की बाध्यता समााप्त कर दी, जिसके बाद गड़बड़ी की शिकायतों का अंबार लगा हुआ है. बीते दिनों आरटीओ जयपुर की ओर से जयपुर के मैसर्स स्पीड लाईन ऑटो फिटनेस प्रा. लि., गोनेर रोड और मैसर्स शांति व्हीकल फिटनेस सेन्टर महापुरा फिटनेस सेंटर की औचक जांच की गई. दोनों फिटनेस सेंटर की जांच में बड़ी खामियां सामने आई. फिटनेस सेंटरों पर बिना उपकरण शुरू किए ही वाहनों की फिटनेस की जांच कर दी गई. इतना ही नहीं, फिटनेस सेंटरों पर विभाग की ओर से लगाए गए कैमरे भी बंद मिले. वहीं, सेंटरों पर फर्जीवाड़ा करने के लिए मैनुअल ही फिडिंग की जा रही थी. आरटीओ जयपुर ने परिवहन विभाग को रिपोर्ट भेजी है और दोनों सेंटरों को छह माह के लिए सस्पेंड करने की सिफारिश की है, लेकिन अभी तक कोई सेंटर निलंबित नहीं किया गया. 

2024 में इन केन्द्रों पर हुई कार्रवाई 
15 जनवरी को एक साथ 10 फिटनेस सेंटर किए गए थे निलंबित -
6 फरवरी को चित्तौड़गढ़ के मीरा, नवकार और अरावली फिटनेस सेंटर 3 माह निलंबित 
- 8 मार्च को जयपुर व्हीकल, स्पीडलाइन सहित कुल 4 फिटनेस केन्द्र निलंबित 
15 मार्च को श्री बालाजी फिटनेस सेंटर पाली, हिन्दुस्तान ऑटोमोबाइल सीकर और - शाहपुरा भीलवाड़ा फिटनेस सेंटर को 1 माह के लिए किया निलंबित 
29 अप्रैल को जालौर का जालौर फिटनेस सेंटर 1 माह के लिए निलंबित 
21 मई को दौसा का अरिहंत फिटनेस सेंटर 3 माह के लिएनिलंबित 
- 1 जून को नागौर का मीरा फिटनेस सेंटर 1 माह के लिए निलंबित - 
20 जून को दौसा का शिवकृपा फिटनेस सेंटर 3 माह के लिए निलंबित 
1 जुलाई को कोटपूतली के इनफिनिटी, तिरुपति 3-3 माह के लिए निलंबित 
5 जुलाई को शाहपुरा जयपुर का महावीर जैन फिटनेस सेंटर 3 माह के लिए निलंबित -
11 जुलाई को सीकर का शशांक ऑटोमोबाइल सेंटर 2 माह के लिए निलंबित 
16 जुलाई को सवाईमाधोपुर का ए एंड एल फिटनेस सेंटर 3 माह के लिए निलंबित 
13 अगस्त को चित्तौड़गढ़ का नवकार फिटनेस सेंटर 3 माह के लिए निलंबित 
14 अगस्त को महादेव फिटनेस सेंटर भीलवाड़ा 1 माह के लिए निलंबित 
20 अगस्त को टोंक फिटनेस सेंटर 3 माह के लिए निलंबित 
20 सितंबर को प्रेक्षा फिटनेस सेंटर, पीपाड़ सिटी जोधपुर 3 माह के लिए निलंबित 
23 नवंबर को नंदन अजमेर, जालौर और श्री बालाजी पाली 6 माह के लिए निलंबित 
27 दिसंबर को बाड़मेर का पार्श्वनाथ फिटनेस सेंटर 6 माह के लिए निलंबित