हेरिटेज नगर निगम में अवैध निर्माण, कॉम्प्लेक्स को तीसरी बार किया गया सीज, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः इन दिनों हैरिटेज नगर निगम में अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है जिसका प्रमाण आज निगम की ओर से हुई कार्यवाही बताती है सरोज सिनेमा परिसर में अवैध रूप से बन रहे कॉम्प्लेक्स को तीसरी बार सीज किया गया इससे पहले भी 2 बार निगम सीज कर चुका है लेकिन सीज खुलते ही फिर अवैध निर्माण शुरू हो जाता है आज निगम की ओर से किशनपोल जोन में 7 इमारतों को सीज किया गया.

सरोज सिनेमा की जमीन पर बन रहा अवैध कॉमर्शियल कॉम्प्लैक्स तीसरी बार सीज
- पहले भी दो बार सीज हुआ, लेकिन सीज मुक्त होते ही फिर से होने लगता है अवैध निर्माण, 
- ना तो कॉमर्शियल कॉम्प्लैक्स की अनुमति ली और ना ही शपथ पत्र के मुताबिक अवैध निर्माण तोड़े
- 500 दुकानों का बनेगा अवैध बाजार

चांदपोल दरवाजे के पास बिसाऊ हाऊस से सटे सरोज सिनेमा की करीब दो बीघा जमीन पर नगर निगम हेरिटेज से बिना अनुमति के बन रहे अवैध कॉमर्शियल कॉम्प्लैक्स को आज 180 दिन के लिए सीज कर दिया है. पूर्व में भी नगर निगम प्रशासन दो बार सीज की कार्यवाही कर चुका है लेकिन हर बार बिल्डर झूठा शपथ पत्र देकर अवैध कॉम्प्लेक्स को सील मुक्त करवाते हैं और फिर से अवैध निर्माण में लग जाते हैं. शपथ पत्र के मुताबिक ना तो बिल्डर अवैध निर्माण को तोड़ते हैं और ना ही प्रशासन से निर्माण की अनुमति लेते हैं. जो नगर निगम हेरिटेज व बिल्डर की मिलीभगत को दर्शाता है. इस अवैध कॉम्प्लेक्स को लेकर फर्स्ट इंडिया ने लगातार खबरें दी, जिसके चलते प्रशासन ने बिल्डर को नोटिस दिए. अब इसे सीज किया है. 

यहां पर करीब पांच सौ दुकानों का अवैध बाजार बन रहा है. दाता हाउस-सीकर हाउस की तरफ वाले एक हिस्से में तो बेसमेंट समेत दो मंजिला अवैध बाजार बन चुका है. अब खेतड़ी हाउस-बिसाऊ हाउस की तरफ वाली जमीन पर भी अवैध निर्माण चल रहा है. उक्त जमीन पर बिना अनुमति के हो रहे अवैध निर्माण पर कोर्ट ने स्टे दे रखा है. साथ ही नगर निगम हेरिटेज प्रशासन को आदेश दे रखा है कि अप्रार्थी ओम प्रकाश एवं अन्य की ओर से किए जा रहे अवैध निर्माण को हटाने के लिए स्वतंत्र है. 

नगर निगम प्रशासन दो बार अलग-अलग हिस्सों में हो रहे अवैध निर्माणों को सील कर चुका है, लेकिन मिलीभगत के चलते भू-माफियाओं ने शपथ पत्र में अवैध निर्माण को हटाने और नगर निगम से अनुमति लेने के शपथ पत्र देकर नगर निगम से सील खुलवा ली. अब देखना होगा कि क्या फिर से सील खुलती है और अवैध निर्माण जारी रहता है.