जयपुर: जेडीए योजना व जेडीए की ओर से अनुमोदित सभी योजनाओं के भूखंडों से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी आने वाले दो महीने में जेडीए की वेबसाइट से आमजन को मिल सकेगी. यह संभव करने के लिए जेडीए आयुक्त आनंदी के निर्देश पर जेडीए की आईटी शाखा कवायद में जुटी हुई है. आखिर क्या है कवायद और कैसे इसको पूरा किया जाएगा, जानने के लिए देखिए ये खास रिपोर्ट. जेडीए की खुद की योजनाओं व उसकी ओर से अनुमोदित सभी योजनाओं के भूखंडों की रियल टाइम सभी जरूरी जानकारी जेडीए की वेबसाइट के माध्यम से आमजन को आगामी दो महीने में उपलब्ध कराने की कवायद है. इस कवायद के तहत जेडीए की आईटी शाखा की ओर से 90 ए पोर्टल, ई पंजीयन पोर्टल और ई धरती पोर्टल का आपस में इंटीग्रेशन किया जा रहा है. इसी तरह जेडीए के लैंड बैंक,सेन्ट्रलाइज प्रोपर्टी रिपोजिटरी मैनेजमेंट सिस्टम (सीपीआरएमएस) और ई ऑक्शन सिस्टम को भी आपस में और तीनों पोर्टल से इंटीग्रेशन किया जा रहा है. यह सारा काम आगामी कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन जेडीए की वेबसाइट पर भूखंड की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध कराने के लिए यही काफी नहीं है. आपको बताते हैं जेडीए आयुक्त आनंदी के निर्देश पर जेडीए की आईटी शाखा की ओर से एक और महत्वपूर्ण कवायद को अंजाम दिया जा रहा है.
जेडीए की आईटी शाखा की कवायद:
-जेडीए की ओर से अब तक सृजित की गई योजनाओं और अनुमोदित योजनाओं के ले आउट प्लान, भूखंडों के जारी पट्टे और साइट प्लान को खंगाला जा रहा है
-हर योजना के भूखंड की शेप फाइल तैयार की जा रही है, ताकि उसे जेडीए की वेबसाइट पर अपलोड किया जा सके
-अब तक दस प्रतिशत योजनाओं के भूखंडों की सभी जरूरी जानकारी जेडीए की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी गई है
-शेष 90 प्रतिशत योजनाओं के भूखंडों की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध कराने का काम आगामी दो महीने में पूरा कर लिया जाएगा
-भविष्य में निजी योजनाओं के भूखंडों की जानकारी ऑटोमैटेड तरीके से स्वत: ही जेडीए की वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाए
-इसके लिए लिए निजी योजनाओं के ले आउट प्लान अनुमोदन के लिए जेडीए की ओर से जल्द एसओपी (स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) जारी किया जाएगा
-ले आउट प्लान अनुमोदन के लिए जेडीए की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था शुरू की जा चुकी है
- जेडीए की ओर से जारी की जाने वाली एसओपी के अनुसार ले आउट प्लान अनुमोदन के बाद जब योजना के भूखंडों के पट्टे जारी करने का काम होगा
-तब उसके लिए संबंधित विकासकर्ता को जेडीए की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा
-आवेदन के दौरान योजना के हर भूखंड की समस्त जानकारी जैसे भूखंड संख्या,उसकी सभी भुजाओं की माप,भूखंड का क्षेत्रफल,भूखंड का उपयोग,
-भूखंड की लोंगिट्यूट व लेटिट्यूट की स्थिति,भूखंड के सामने सड़क की चौड़ाई आदि दर्ज करनी होगी
-विकासकर्ता को यह जानकारी शेप फाइल में जेडीए की वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी
-इस शेप फाइल की जेडीए के संबंधित अधिकारी जांच करेंगे, उनके अनुमोदन के बाद हर भूखंड की सीपीआरएमएस से आईडी जनरेट होगी
-इसके साथ ही योजना व भूखंडों की समस्त जानकारी ऑटोमैटेड तरीके से जीआईएस बेस्ड जेडीए के मास्टर प्लान में दर्ज हो जाएगी
-जेडीए की वेबसाइट पर मास्टर प्लान क आइकॉन पर क्लिक से ही योजना के भूखंड से जुड़ी समस्त जरूरी जानकारी उपलब्ध होगी
जेडीए व जेडीए की अनुमोदित योजना में भूखंड की स्थिति, भूखंडधारी का नाम,भूखंड का साइज,भूखंड का भू उपयोग आदि जानकारी वेबसाइट पर उपलबध कराने के लिए यह समस्त कवायद की जा रही है. जेडीए की आईटी शाखा के अधिकारियों के मुताबिक आगामी दो महीने में जब यह सारी कवायद पूरी हा जाएगी तो फिर किस तरह भूखंड की जरूरी जानकारी जेडीए की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी और इसके फायदे क्या होंगे, आपको इस बारे में विस्तार से देते हैं जानकारी
वेबसाइट पर जानकारी के क्या फायदें होंगे:
-भूखंड से संबंधित जानकारी लेने के लिए जेडीए की वेबसाइट के मुख्य पेज पर स्थित जयपुर मास्टर प्लान 2025 पर क्लिक करना होगा
-इसके बाद जेडीए प्लॉट/स्कीम सर्च पर क्लिक करना होगा
-इसमें विकासकर्ता का नाम, योजना का नाम और भूखंड संख्या डालनी होगी
-यह जानकारी दर्ज करते ही भूखंड योजना के नक्शे में जहां स्थित है, नक्शे का वह हिस्सा पेज पर उपलब्ध हो जाएगा
-इसमें भूखंड के अगल-बगल या पीछे कौनसे भूखंड है और भूखंड के आगे स्थित सड़क की चौड़ाई कितनी है
-यह जानकारी योजना के नक्शे पर उपलब्ध हो जाएगी
-वहां भूखंड संख्या पर क्लिक करते ही भूखंडधारी का नाम,भूखंड का साइज व भूखंड के भू उपयोग की जानकारी मिलेगी
-जेडीए की वेबसाइट पर क्लिक मात्र से भूखंड से जुड़ी समस्त जानकारी मिलने से भूखंडों के खरीद-बेचान में होने वाले धोखाधड़ी पर अंकुश लगेगा
-किस भूखंड का मालिक कौन है और भूखंड की योजना में स्थिति क्या है यह पता लगने से आमजन इसको लेकर होने वाले फर्जीवाड़े से बचेंगे