VIDEO: सड़क गुणवत्ता जांच के लिये देश का सबसे बड़ा अभियान, PWD की सड़क गुणवत्ता निरीक्षण यात्रा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेशभर में डीएलपी सड़कों की गुणवत्ता जांच एवं सड़क गुणवत्ता के प्रति जनजागरूकता हेतु आयोजित की जा रही सड़क गुणवत्ता निरीक्षण यात्रा (सगुनि) को इंडिया बुक आफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया. राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज जयपुर के सभागार में आज आयोजित कार्यक्रम में इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के पदाधिकारियों ने मुख्य अभियंता गुण नियंत्रण जसवंत खत्री को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का सर्टिफिकेट और स्मृति चिन्ह प्रदान किया. 

उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के निर्देशन में मुख्य अभियंता गुणवत्ता नियंत्रण जसवंत खत्री के नेतृत्व में निकाली जा रही है इस यात्रा ने किसी राज्य में डीएलपी सड़को की गुणवत्ता जाँच हेतु तय की गई सर्वाधिक दूरी के मामले में रिकॉर्ड बनाया है. अब तक इस यात्रा के माध्यम से 11200 किमी की दूरी तय की जा चुकी है जबकि अभी 10 अन्य जिलों में पहुँचनी शेष है. मुख्य अभियंता जसंवत खत्री ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं निदेशालय तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 30 मार्च चैत्र शुक्ल प्रतिपदा संवत् 2082 को ,सड़क गुणवत्ता निरीक्षण (सगुनि ) यात्रा, श्री गंगानगर जिले के राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय से शुरू की गई थी जो कि दौसा होती हुई गुरूवार को जयपुर शहर में पहुँची है एवं 33 जिला मुख्यालयों से गुजरती हुई बुद्ध पूर्णिमा के दिन श्री गंगानगर में पूर्ण होगी. 

सार्वजनिक निर्माण विभाग की गुण नियंत्रण ईकाई के नेत्तृत्व में निकाली जा रही इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित सड़को के ,दोष निवारण अवधि में संवेदकों द्वारा किये जाने वाले रख रखाव का मूल्यांकन पॉलिटेक्निक महाविधालय के अंतिम वर्ष के छात्रों से करवाया जाना है. इसके तहत पाॅलीटेक्निक महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को लाॅटरी के माध्यम से संबंधित जिले के विभिन्न खण्डों की सड़कों की जांच हेतु भेजा जाता है. जांच रिपोर्ट में खराब पाई गई सड़कों के संबंध में कार्यवाही हेतु मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव के माध्यम से संबंधित संवेदक एवं अभियंता को कार्यवाही हेतु पत्र भेजकर सड़क की गुणवत्ता को ठीक करवाया जाता है. 

इन जिलों में अब तक हुई जांचः
यात्रा के दौरान अब तक 24 जिलों में 11202.89 किमी दूरी की 2224 सड़कों की गुणवत्ता की जांच की जा चुकी है. श्री गंगानगर में लगभग 325 किमी की 38 सड़कों, बीकानेर में 378 किमी की 53 सड़कों, जैसलमेर में 424 किमी की 42 सड़कों, बाड़मेर में 564 किमी की 69 सड़कों, जालौर में 396 किमी की 36 सड़कों, सिरोही में 177 किमी की 33 सड़कों, राजसंमद में 333 किमी की 50 सड़कों, उदयपुर में 630 किमी की 97 सड़कों, डूंगरपुर में 493 किमी की 47 सड़कों, बांसवाड़ा में 244 किमी की 49 सड़कों, प्रतापगढ़ में 434 किमी की 49 सड़कों, चित्तौडगढ़ में 226 किमी की 43 सड़कों, भीलवाड़ा में 311 किमी की 51 सड़कों, टोंक में 373 किमी की 50 सड़कों, बूंदी में 256 किमी की 37 सड़कों, कोटा में 670 किमी की 252 सड़कों, झालावाड़ में 707 किमी की 177 सड़कों, बारां में 632 किमी की 139 सड़कों, सवाईमाधोपुर में 774 किमी की 144 सड़कों, करौली में 660 किमी की 120 सड़कों, धौलपुर में 383 किमी की 84 सड़कों, भरतपुर में 610 किमी की 182 सड़कों, अलवर में 700 किमी की 242 सड़कों तथा दौसा में 500 किमी की 140 सड़कों की जांच यात्रा के दौरान करवाई जा चुकी है. 

 

इस दौरान पॉलिटेक्निक कॉलेज प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया तथा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विधार्थीयो को यातायात के नियमों के बारे में जानकारी दी गई है. इस दौरान अतिथियों ने जयपुर जिले के विभिन्न खण्डों के निरीक्षण हेतु पॉलिटेक्निक कॉलेज के विद्यार्थियों के वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया. कार्यक्रम में सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव टी सी गुप्ता, समस्त मुख्य अभियंता एवं अन्य अधिकारी तथा पाॅलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य सहित छात्र-छात्राऐं मौजूद रहे.