VIDEO: जेडीए का क्षेत्राधिकार बढ़ने से कॉलोनाईजर्स में मची खलबली, सुजानपुरा बस्सी में काटी बलराम ग्रीन्स के नाम से काटी गई है योजना

जयपुर: आगरा रोड पर जेडीए का क्षेत्राधिकार बढ़ने से अवैध कालोनियां विकसित करने वाले कॉलोनाइजर्स में खलबली मची हुई है. सुजानपुरा बस्सी में बलराम ग्रीन्स के नाम से भूखंडों की एक योजना काटी गई है.  कॉलोनाइजर फर्म केसर जगन्नाथ द्वारा लाई गई इस बलराम ग्रीन्स योजना में 111 वर्गगज से लेकर 183  वर्गगज तक के कुल 473 भूखंड हैं. अब तक चोर रास्ते से एसडीएम के माध्यम से चार-चार बीघा का करवाया गया भूमि रूपांतरण लेकिन ले आउट प्लान अनुमोदित कराने की कॉलोनाईजर्स ने जरूरत ही नहीं समझी. 

अब सुजानपुर बस्सी का इलाका जेडीए के क्षेत्राधिकार में आना प्रस्तावित है. इससे बलराम ग्रीन्स के कॉलोनाईजर्स में खलबली मची हुई है. अब जल्द जेडीए और रेरा राजस्थान की पैनी निगाहों से यह योजना बच नहीं पाएगी. जेडीए से बिना ले आउट प्लान अनुमोदित कराए और रेरा राजस्थान में बिना पंजीकरण कराए कॉलोनाईजर्स योजना के भूखंडों की खरीद-फरोख्त नहीं कर सकेंगे. इसके चलते योजना के भूखंडधारियों में भी असमंजस की स्थिति है, कि वे अपना पैसा वापस लें या फिर इंतजार करें. क्योंकि जिस तरह के ले आउट प्लान के अनुसार यह योजना काटी गई है, उस तरह के ले आउट प्लान का जेडीए से अनुमोदन होना संभव ही नही हैं. योजना में भूखंड व सुविधा क्षेत्र के अनुपात 60:40 का ध्यान नहीं रखा गया.

 

साथ ही ना तो निर्धारित मापदंडों के अनुसार सड़कों की न्यूनतम चौड़ाई रखी गई है और नहीं सुविधा क्षेत्र का पर्याप्त ध्यान रखा गया है. जब जेडीए से ले आउट प्लान अनुमोदित होना संभव नहीं तो फिर रेरा राजस्थान में भी योजना का पंजीकरण नहीं हो पाएगा. ऐसे में जेडीए के साथ ही रेरा राजस्थान भी इस मामले में सीधे कार्रवाई कर सकता है. इन सब हालातों के चलते योजना के भूखंडधारी जेडीए और रेरा राजस्थान में शिकायत करने के मूड में हैं.