पवित्र चैत्र मास की नवरात्रि का आज दूसरा दिन, नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती मां ब्रह्मचारिणी की आराधना 

पवित्र चैत्र मास की नवरात्रि का आज दूसरा दिन, नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती मां ब्रह्मचारिणी की आराधना 

जयपुर: पवित्र चैत्र मास की नवरात्रि का आज दूसरा दिन है, जो विशेष रूप से मां ब्रह्मचारिणी की आराधना के लिए समर्पित है. इस दिन भक्तों द्वारा मां ब्रह्मचारिणी का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप अत्यंत पवित्र और दिव्य है. उनके एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में जलपात्र होता है, जो तपस्या और साधना की प्रेरणा का प्रतीक है.

उन्हें साधक विशेष रूप से तपस्या, आत्मिक उन्नति और श्रद्धा की देवी के रूप में पूजते हैं. मां ब्रह्मचारिणी को मीठे पकवानों का भोग अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है. विशेष रूप से, दूध और मिश्री से बनी मिठाइयाँ या पंचामृत का भोग अर्पित करने की परंपरा है. इन पकवानों के माध्यम से भक्त अपनी श्रद्धा और समर्पण को व्यक्त करते हैं.

चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन का शुभ रंग गुलाबी होता है, जो शांति, प्रेम और समृद्धि का प्रतीक है. इस दिन देवी मां से विशेष आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु मंदिरों में श्रद्धा से पूजा-अर्चना करते हैं. इस प्रकार, नवरात्रि के दूसरे दिन भक्तों द्वारा मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का महत्व विशेष रूप से साधना और तपस्या से जुड़ा हुआ है.

पवित्र चैत्र मास की नवरात्रि का आज दूसरा दिन:
-नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती मां ब्रह्मचारिणी की आराधना 
-मां ब्रह्मचारिणी के एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में होता जलपात्र
-मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप अत्यंत पवित्र और दिव्य
-साधना और तपस्या की प्रेरक देवी के रूप में होता मां का पूजन
-मां ब्रह्मचारिणी को मीठे पकवानों का भोग किया जाता अर्पित 
-दूध, मिश्री से बनी मिठाइयों या पंचामृत का भोग लगाना माना जाता शुभ 
-चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन का शुभ रंग होता गुलाबी