नई दिल्ली: भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने सशक्त कदम को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने का फैसला किया है. ऑपरेशन सिंदूर, जिसे आतंकवाद के खात्मे का मॉडल माना जा रहा है, अब दुनियाभर में चर्चा का विषय बनेगा. भारत सरकार ने सांसदों के प्रतिनिधिमंडलों को विभिन्न देशों में भेजने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं. ये प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, यूके, दक्षिण अफ्रीका, कतर और यूएई जैसे देशों का दौरा करेंगे और वहां के नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की रणनीति और उपलब्धियों से अवगत कराएंगे.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू इन सांसद प्रतिनिधिमंडलों के समन्वय की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उन्होंने बताया कि सभी राजनीतिक दलों के सांसदों को इन समूहों में समायोजित किया गया है ताकि सभी विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व हो सके. देश का यह कूटनीतिक प्रयास 22 मई के बाद शुरू होगा.
वरिष्ठ सांसद इन समूहों का नेतृत्व करेंगे और अपने विशेष दौरे के दौरान इन देशों में भारत की नीति और उपलब्धियों का प्रचार करेंगे. इन प्रतिनिधिमंडलों का मुख्य उद्देश्य उन देशों के नेताओं को यह बताना है कि आतंकवाद के खात्मे के लिए कैसे ऑपरेशन सिंदूर को उदाहरण के रूप में अपनाया जा सकता है.
यह पहला मौका होगा जब भारत के सांसदों का यह कूटनीतिक मिशन विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित होगा. इस पहल का उद्देश्य न केवल आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाना है बल्कि विश्व स्तर पर भारत की कूटनीतिक और सैन्य क्षमताओं को सिद्ध करना भी है.