नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर का असर देखने को मिला है. रक्षा बजट में अतिरिक्त आवंटन हो सकता है. सेनाओं की जरूरत, जरूरी खरीद और रिसर्च डेवलपमेंट के लिए प्रावधान किया जा सकता है.
नए हथियारों और गोला-बारूद की खरीद, तकनीक पर खर्च होगा. पूरक बजट के माध्यम से 50 हजार करोड़ रुपए के अतिरिक्त प्रावधान का प्रस्ताव किया है. अतिरिक्त आवंटन को शीतकालीन सत्र में मंजूरी दी जा सकती है. इस वर्ष रक्षा बजट रिकॉर्ड 6.81 लाख करोड़ रहा है.
मोदी सरकार के आने के बाद से पिछले 10 वर्षों में रक्षा बजट में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई. करीब तीन गुना बढ़ोतरी हुई. 2014-15 में 2.69 लाख करोड़ रक्षा बजट था. इस बार यह 6.81 लाख करोड़ है जो कि कुल बजट का 13.45% है.