नई दिल्ली: पाकिस्तान ने एक बार फिर आतंक को सक्रिय करने और पड़ोसी देशों में आतंकवाद फैलाने की साजिश रचनी शुरू कर दी है. लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों के तबाह किए गए अड्डों को फिर से बनाने की योजना बनाई जा रही है.
इससे भी खतरनाक बात यह है कि पाकिस्तान ने आतंकियों और उनके परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है. इस बात का जिक्र पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में किया गया है. पाकिस्तान ने हर मारे गए आतंकी के परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने का फैसला किया है.
इसका उद्देश्य आतंकवादियों की गतिविधियों को बढ़ावा देना और उनके परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है. पाकिस्तान ने अपनी इस नीति से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों और दबावों की परवाह किए बिना आतंकवाद को समर्थन देने के लिए तैयार है.
वहीं आतंकी संगठन के मुखिया मसूद अजहर के परिवार में मारे गए 14 लोग मारे गए हैं. पाकिस्तानी सरकार की तरफ से उसे भी 14 करोड़ का मुआवजा मिल सकता है.इससे साफ है कि पाकिस्तान खुद को आतंकवाद के केंद्र के रूप में स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता.