जयपुरः प्रदेश में खेलों के लिए आधारभूत ढांचा विकसित करने की दिशा में राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. सरकार ने खेल मैदान, जिम व स्पोर्ट्स स्कूल की स्थापना, सुदृढ़ीकरण, ट्रेक निर्माण एवं अन्य मूलभूत सुविधा सम्बन्धी कार्य के लिए बजट में दिल खोकर पैसा दिया है. प्रदेश में खेल के विकास व खिलाड़ियों की सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक्शन प्लान बना लिया है. प्रदेश के बजट में खेल जगत को कई सौगातें दी गई है.
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खोली जाएगी बैडमिंटन एकेडमी
जगतपुरा शूटिंग रेंज में आवासीय सुविधाएं विकसित की जाएगी
पांच जिलों में बॉक्सिंग रिंग की स्थापना की जाएगी
जयपुर के चित्रकूट व विद्याधर नगर स्टेडियम, हनुमानगढ़, नागौर, नीमकाथाना-सीकर में सिंथेटिक ट्रेक्स का निर्माण होगा
बांगड स्कूल स्टेडियम-पाली तथा स्पोट्र्स काॅम्प्लेक्स-आबू रोड में विभिन्न खेलों के कोर्ट, हॉल, रनिंग ट्रेक का निर्माण होगा
झालावाड़ व अनूपगढ़-श्रीगंगानगर में इनडोर हॉल बनाया जाएगा
पाली, झुंझुनूं, नागौर, करौली एवं सवाई मानसिंह स्टेडियम-जयपुर में ग्रास ग्राउंड विकसित होंगे
5 हजार से अधिक आबादी वाली 3 हजार 500 ग्राम पंचायतों में 35 करोड़ रुपये व्यय कर ओपन जिम बनाए जाएंगे
बालोतरा, कोलायत-बीकानेर, बागीदौरा-बांसवाड़ा, आसींद-भीलवाड़ा, शेरगढ़- जोधपुर, सपोटरा-करौली, मेड़ता,
खींवसर-नागौर, लोहावट-फलौदी, धरियावद- प्रतापगढ़, तख्तगढ़-पाली, सलूम्बर,
सांचौर-जालोर, गंगापुरसिटी-सवाई माधोपुर में खेल स्टेडियम बनेंगे
कोटा, बीकानेर, उदयपुर, भरतपुर व अजमेर संभाग में पैरा स्पोर्ट्स के लिए स्पेशल स्पोटर्स कॉम्पलैक्स बनाए जाएंगे
सार्दुल स्पोट्रस स्कूल बीकानेर के सुदृढ़ीकरण, नवीन छात्रावास निर्माण के साथ शूटिंग एवं तीरंदाजी प्रारम्भ होगी
सवाई मानसिंह स्टेडियम, जयपुर में दर्शक दीर्घा की क्षमता में वृद्धि होगी
चन्द्रबरदाई खेल स्टेडियम व पटेल स्टेडियम-अजमेर में उन्नयन काम होंगे
गंगासिंह स्टेडियम-श्रीगंगानगर का उन्नयन होगा
माउंट आबू में गोल्फ कोर्स व पोलो ग्राउंड की स्थिति सुधरेगी
स्पोर्टर्स कोटा लागू किया जाएगा:
सरकार ने एक और बड़ा फैसला करते हुए अर्जुन पुरस्कार विजेताओं के समान द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता प्रशिक्षकों को भी भूमि आवंटित करने का फैसला किया. साथ ही, तकनीकी शिक्षण संस्थानों में भी स्पोर्टर्स कोटा लागू किया जाएगा. खेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मेलों में मलखंभ, खो-खो, थंगटा, रस्साकसी एवं कबड्डी आदि पारम्परिक खेलों का आयोजन होगा. वहीं एक हजार खिलाड़ियों को मानदेय पर पार्ट टाइम प्रशिक्षक की भूमिका दी जाएगी.