जयपुर: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अब प्रदेश के संगठन में नई जान फूंकने व नींव को मजबूत करने का बीड़ा उठा लिया है. इसी मिशन के तहत डोटासरा ने प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के लिए समन्वयक नियुक्त कर दिए हैं. ये समन्वयक अब अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की ओर कूच करने लगी है और अपनी पहली रिपोर्ट 12 मार्च तक प्रदेश अध्यक्ष को दे देंगे. इस रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश के संगठन में आमूलचूल परिवर्तन के साथ ही नई दिशा तय होगी.
कांग्रेस आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के इरादे से अहम कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. डोटासरा ने प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में ब्लॉक कांग्रेस, नगर कांग्रेस, मण्डल कांग्रेस, ग्राम पंचायत कांग्रेस तथा बूथ कांग्रेस कमेटियों की कार्यकारिणी के कार्यों को गति प्रदान करने एवं संगठनात्मक गतिविधियों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए समन्वयक नियुक्त किए हैं. ये समन्वयक अपने प्रभार के विधानसभा क्षेत्र में ब्लॉक एवं मण्डल स्तर तक बैठक लेने निकलने लगे हैं. डोटासरा ने इसके लिए एक परिपत्र भी जारी कर दिया है और सभी जिला कांग्रेस अध्यक्षों को निर्देशित किया है कि वे ब्लॉक एवं मण्डल कांग्रेस कमेटियों के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर विधानसभा क्षेत्रवार नियुक्त प्रभारी द्वारा ली जाने वाली बैठकों का आयोजन सुनिश्चित करें. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक में विधानसभा क्षेत्र के समन्वयक के साथ जिलाध्यक्ष शामिल होंगे तथा मण्डल कांग्रेस कमेटियों की बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष का शामिल होना जरूरी है. विधानसभा क्षेत्रों में जाने से पहले खुद गोविंद डोटासरा ने इन सभी समन्वयकों की बैठक ली और उनको किस तरह से काम करना है, यह भी बताया.
- राजस्थान कांग्रेस संगठन को दी जाएगी अब गति
- सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए समन्वयक बनाए गए
- प्रभार वाले जिलों में 12 मार्च से पहले जाएंगे सभी समन्वयक
- ब्लॉक कांग्रेस, नगर कांग्रेस, मण्डल कांग्रेस, ग्राम पंचायत कांग्रेस, बूथ कांग्रेस कमेटी पर फोकस
- जमीनी स्तर पर संगठनात्मक गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन होगा
- समन्वयक सबसे पहले विधानसभा क्षेत्र के दोनों ब्लॉक की मीटिंग लेंगे
- इन ब्लॉक की मीटिंग में संबंधित जिलाध्यक्ष का मौजूद रहना होगा जरूरी
- ब्लॉक के बाद मंडल स्तर पर बैठक ली जाएगी समन्वयक द्वारा
- पीसीसी के द्वारा समन्वयक को संबंधित विधानसभा क्षेत्र की पूरी 'पोथी' थमा दी
- इस पोथी में ब्लॉक व मंडल के पदाधिकारियों की सूची शामिल है
- समन्वयक ब्लॉक व मंडल की मीटिंग में नियुक्त पदाधिकारियों की हाजिरी भी लेगा
- जो पदाधिकारी गैर मौजूद रहेंगे, उनकी जगह नए पदाधिकारी नियुक्त हो सकते हैं
- विधानसभा क्षेत्र में संगठनात्मक कार्यों की समीक्षा की जाएगी बैठकों में
- यदि इन कांग्रेस कमेटियों में कोई पद रिक्त है तो उसे भरने की प्रक्रिया शुरू होगी
- नए पद के लिए सक्रिय कार्यकर्ता के नाम का प्रस्ताव लिया जाएगा
- उक्त प्रभार क्षेत्र में रहने वाले सभी प्रमुख कांग्रेसजनों से विचार-विमर्श कर प्रस्ताव लिया जाएगा
- ब्लॉक व मंडलों की बैठक लेने के बाद संपूर्ण रिपोर्ट तैयार की जाएगी समन्वयक द्वारा
- 12 मार्च तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को पूरी रिपोर्ट सौंपनी होगी समन्वयक को
दरअसल प्रदेश की जनता एवं कांग्रेस पार्टी के बीच ब्लॉक, नगर, मण्डल, ग्राम पंचायत एवं बूथ कांग्रेस कमेटियां एक सेतु की भूमिका निभाते हैं जिनका कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण है. अब कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं को आमजन के बीच गतिशील करने हेतु प्रभारियों की नियुक्ति की गई है जो सीधे प्रदेश कांग्रेस कमेटी का संदेश ब्लॉक, नगर, मण्डल, ग्राम पंचायत, बूथ कांग्रेस कमेटियों तक पहुॅंचायेंगे. प्रभारी अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में ब्लॉक एवं मण्डल स्तर पर नियमित मासिक बैठक होना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों की बैठक में जिलाध्यक्ष प्रभारियों के साथ शामिल होंगे व मण्डल कांग्रेस कमेटी की बैठक में प्रभारी के साथ ब्लॉक अध्यक्ष अनिवार्य रूप से शामिल रहेंगे.