जयपुर: राजस्थान पुलिस का 76 वां स्थापना दिवस प्रदेशभर में मनाया गया. जयपुर आरपीए में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शिरकत की और पुलिसकर्मियों का उत्साह बढ़ाया.
राजस्थान का शाब्दिक अर्थ राजाओं का स्थान है. यानी कि राजाओं की भूमि देश आजाद होने से पहले यहां कई राजा-महाराजाओं ने राज किया. इससे पहले राजस्थान को राजपूताना के नाम से भी जाना जाता था और कुल 19 रियासतों को मिलाकर यह राज्य बना था. 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना. वहीं आजाद हिंदुस्तान में 16 अप्रैल 1949 का दिन राजस्थान पुलिस के लिए ऐतिहासिक माना जाता है. इसी दिन सभी पूर्व रियासतों के पुलिस बलों ने एक साथ आकर राजस्थान पुलिस की स्थापना की थी . राजस्थान पुलिस के स्थापना दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम आरपीए ग्राउंड में आयोजित हुआ. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शिरकत कर परेड की सलामी ली. मुख्यमंत्री ने राजस्थान पुलिस में उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया. मुख्यमंत्री ने पुलिस परिवार को राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस की शुभकामनांए दी और राजस्थान पुलिस के कामकाज की सराहना की. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को कई सौगातें भी दी.
-वर्दी भत्ता 7 हजार से बढ़ाकर 8 हजार रुपए किया जाएगा
-वहीं मैस भत्ता, 2500 से बढ़ाकर 2700 रुपए किया जाएगा
-सेमी डीलक्स बस में पुलिस कर्मियों को मुफ्त यात्रा की सुविधा देने की घोषणा भी सीएम ने की
16 अप्रैल 1949 का दिन राजस्थान के इतिहास का वो गौरवशाली दिन है. जब राजस्थान राज्य के गठन के बाद तत्कालीन राज्य प्रमुख की ओर से राजस्थान पुलिस एकीकरण अध्यादेश के जरिए राजस्थान पुलिस का एकीकरण किया गया. ठीक उसी दिन से राजस्थान पुलिस अस्तित्व में आई और राजस्थान पुलिस की स्थापना हुई. विजय स्तम्भ राजस्थान पुलिस का प्रतीक चिन्ह है तो "अपराधियों में डर, आमजन में विश्वास" राजस्थान पुलिस का ध्येय वाक्य राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस पर राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी यू आर साहू ने कहा कि राजस्थान पुलिस का अपना इतिहास रहा है. राजस्थान पुलिस ने हर चुनौती का डटकर मुकाबला भी किया है. लेकिन आज बदलते वक्त और टेक्नोलॉजी के साथ चुनौतियां भी नई है. ऐसे में राजस्थान पुलिस खुद को और मजबूत करने के साथ ही प्रशिक्षण और कामकाज में बदलाव कर रही है.
जयपुर के साथ ही प्रदेशभर में पुलिस स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया जिसमें पुलिस के साथ आमजन की भी सहभागिता रही.