जयपुरः तुर्किए की राजधानी इस्तांबुल में राजस्थान पर्यटन ने अपने चमक बिखेरी है. यहां कल शुरू हुए कलर्स ऑफ वर्ल्ड अध्यक्ष राजस्थान पर्यटक ने भव्य पवेलियन लगाया जिसमें राजस्थान पर्यटन के उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. दुनियाभर से इस फेर में शिरकत करने आए ट्रैवल एजेंट और टूर ऑपरेटर्स ने राजस्थान पर्यटन के उत्पादन में गहरी रुचि दिखाई है.
राजस्थान को एक प्रमुख वैश्विक पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत, पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार, फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (FHTR) के सहयोग से, 18 से 20 अप्रैल, 2025 तक तुर्किए के इस्तांबुल में आयोजित प्रतिष्ठित "कलर्स ऑफ द वर्ल्ड फेयर" में एक विशेष और जीवंत भागीदारी कर रहा है. पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक पुनीता सिंह और उपनिदेशक भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में 20 सदस्य दल इस आयोजन में शिरकत कर रहा है. राजस्थान मंडप राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन क्षमता और आत्मीय मेहमाननवाजी का एक जीवंत उत्सव है. पहले दिन मंडप का भव्य उद्घाटन समारोह हुआ और यह तुरंत ही गतिविधियों और आकर्षण का केंद्र बन गया. आगंतुकों का स्वागत पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, FHTR और HRAR के अध्यक्षों तथा IHHA और RATO के प्रमुख सदस्यों द्वारा किया गया. प्रतिनिधिमंडल में प्रसिद्ध होटल व्यवसायी, ट्रैवल एजेंट्स, डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कंपनियां, इवेंट प्रोफेशनल्स, लोक कलाकार और पाक विशेषज्ञ शामिल हैं. फेयर के उद्घाटन के साथ ही, राजस्थान की उपस्थिति पारंपरिक रंग-बिरंगे वस्त्रों – जैसे साड़ियाँ और पगड़ियाँ, लोक संगीत, लाइव कुकिंग अनुभवों, सांस्कृतिक गतिविधियों और उपहारों के साथ सबका ध्यान आकर्षित करने लगी.
अंतरराष्ट्रीय मेहमानों से मंडप को ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिली, खासकर लाइव संगीत और राजस्थानी संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करने का अवसर सबसे अधिक पसंद किया गया. FHTR के प्रेसिडेंट कुलदीप सिंह चंदेला ने स्वागत भाषण दिया और राजस्थान की भागीदारी की सकारात्मक शुरुआत की. उन्होंने डॉ. पुनीता सिंह के साथ मिलकर वैश्विक पर्यटन के भविष्य पर एक विचारशील पैनल चर्चा में भाग लिया, जिसमें दुनिया भर के उच्च-स्तरीय पर्यटन अधिकारियों के साथ संवाद हुआ. इस मेले ने तुर्किए और राजस्थान के बीच पर्यटन की अपार संभावनाओं को भी रेखांकित किया है, जहां सांस्कृतिक समानताएं और साझा विरासत सहयोग और पारस्परिक विकास के लिए एक मजबूत आधार प्रस्तुत करती हैं.इतनी ऊर्जा और आशाजनक शुरुआत के साथ, राजस्थान का प्रतिनिधिमंडल मेले के दूसरे दिन की ओर अग्रसर है, ताकि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन संबंधों को और मजबूत किया जा सके और राजस्थान की विविधता व अनुभवों को वैश्विक मंच पर और अधिक प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया जा सके.