नई दिल्लीः पाक आतंक के खिलाफ ऑपरेशन 'सिंदूर' का बड़ा असर देखने को मिला है. पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किए-अजर बैजान का बायकॉट शुरू हो गया है. आम लोगों ने भी दोस्त और दुश्मनों की पहचान शुरू कर दी है. दोनों देशों के पर्यटन एवं अन्य व्यवसाय पर असर पड़ने लगा है. मेक माई ट्रिप के अनुसार इन दोनों देशों की बुकिंग में 60% कमी आई है.
जेएनयू ने भी तुर्किये के विश्वविद्यालय से समझौता खत्म किया है. राजस्थान के मार्बल और महाराष्ट्र के सेब कारोबारियों ने हाथ खींच लिए है. तुर्किये से अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 तक 5.52 अरब डॉलर निर्यात हुए. वहीं अजरबैजान से इस दौरान मात्र 8.60 करोड़ डॉलर निर्यात रहा.
पर्यटन के जरिए 4000 करोड़ खर्च किएः
भारतीयों ने पिछले साल दोनों देशों पर पर्यटन के जरिए 4000 करोड़ खर्च किए. RSS के स्वदेशी जागरण मंच ने मोदी सरकार से आग्रह किया, दोनों देशों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने,पर्यटक रोकने का आग्रह किया है.