जयपुरः प्रदेश की भजनलाल सरकार का प्रयास है कि जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण का मौके पर काम इसी वित्तीय वर्ष में शुरू कर दिया जाए. इसी लिहाज से केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के अधिकारी कवायद में जुटे हुए हैं. दूसरे चरण की अपडेटेड ड्राफ्ट डीपीआर तैयार की जा चुकी है.
प्रदेश में भजनलाल सरकार के गठन के बाद ही जयपुर मेट्रो को प्राथमिकता में रखा गया है. यही कारण है कि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण को लेकर विधानसभा में घोषणा की थी. मौजूदा वित्तीय वर्ष के बजट में भी जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण के मेट्रो कोरिडोर के निर्माण पर 12 हजार करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा की गई है. पिछले वर्ष नवंबर के अंत में भारतीय रेल की संस्था राइट्स को दूसरे चरण की डीपीआर को अपडेट करने के लिए कार्यादेश जारी किया था. राइट्स ने दूसरे चरण की अपडेटेड डीपीआर का ड्राफ्ट सौंप दिया है. आपको बताते हैं कि ड्राफ्ट डीपीआर से फाइनल डीपीआर तैयार करने और मौके पर दूसरे चरण के मेट्रो कोरिडोर के निर्माण का काम शुरू होने की कवायद किस प्रकार चलेगी
-सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक के रूट की डीपीआर को किया गया है अपडेट
-इस हिस्से की डीपीआर कांग्रेस सरकार में वर्ष 2020 में बनी थी
-वर्ष 2014 की ट्रैफिक स्टडी के आधार पर बनी थी
-अब नए सिरे से ट्रैफिक स्टडी और रूट पर बने स्ट्रक्चर्स को देखते हुए डीपीआर को अपडेट किया है
-अंबाबाड़ी से विद्याधर नगर के आगे तक की नई ड्राफ्ट डीपीआर बनाई गई है
-इस 10 किलोमीटर लंबे हिस्से की बनाई गई है नई ड्राफ्ट डीपीआर
-दूसरे चरण के पूरे रूट की ड्राफ्ट डीपीआर का केन्द्र व राज्य सरकार परीक्षण करेगी
-सीएम भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में जल्द होने वाली बैठक में इस डीपीआर का किया जाएगा प्रस्तुतीकरण
-इस बैठक में ड्राफ्ट डीपीआर को लेकर मंथन व उसका परीक्षण किया जाएगा
-इसी तरह केन्द्रीय शहरी आवासन व कार्य मंत्रालय सहित अन्य संबंधित अन्य केन्द्रीय मंत्रालय भी ड्राफ्ट डीपीआर का परीक्षण करेंगे
-तमाम परीक्षण व प्राप्त सुझावों के आधार पर दूसरे चरण की फाइनल डीपीआर तैयार की जाएगी
-इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार के अधिकारियों की बैठक का दौर शुरू हो चुका है
-जानकार सूत्रों के अनुसार फाइनल डीपीआर तैयार करने में लग सकता है चार से पांच महीने का समय
-इसके बाद इस डीपीआर के आधार पर मेट्रो कोरिडोर के निर्माण की निविदा जारी की जाएगी
-दूसरे चरण के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र व राज्य की संयुक्त भागीदारी की कंपनी राजस्थान मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का गठन किया जा चुका है
-कंपनी के चेयरमैन के पद पर केन्द्रीय आवासन व शहरी कार्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा को नियुक्त किया गया है
-कंपनी के प्रबंध संचालक के पद पर प्रमुख सचिव यूडीएच वैभव गालरिया की नियुक्ति की गई है
-कंपनी के निदेशक मंडल में जल्द ही निदेशकों की नियुक्ति की जाएगी
जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण की ड्राफ्ट डीपीआर में सीतापुरा से लेगर विद्याधर नगर टोड़ी मोड़ तक का रूट प्रस्तावित किया गया है. हांलाकि केन्द्र व राज्य सरकार के स्तर पर किए जाने वाले परीक्षण के बाद इस रूट में फेरबदल भी संभव है. आपको बताते हैं कि ड्राफ्ट डीपीआर में मेट्रो के दूसरे चरण का क्या रूट प्रस्तावित किया गया है
मेट्रो के दूसरे चरण का प्रस्तावित रूट
-जयपुर मेट्रो के दूसरे फेज में सीतापुरा से लेकर विद्याधर नगर होते हुए सी जोन बायपास के आगे टोड़ी मोड़ तक मेट्रो चलाई जाएगी
-करीब चालीस किलोमीटर लंबे इस रूट की शुरूआत टोंक रोड पर सीतापुरा से होगी
-सीतापुरा से पिंजरापोल गौशाला तक मेट्रो एलिवेटेड कोरिडोर पर चलेगी
-गौशाला पर एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन होगा
-गौशाला से आगे मेट्रो का कोरिडोर भूमिगत होगा
-सांगानेर फ्लाई ओवर के नीचे सांगानेर पुलिस स्टेशन के पास टोंक रोड पर ही भूमिगत स्टेशन प्रस्तावित किया गया है
-इस भूमिगत स्टेशन का नाम सांगानेर पुलिस थाना मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित किया गया है
-इस स्टेशन से यात्री सांगानेर एयरपोर्ट के टर्मिनल एक तक जा सकेंगे
-ये कोरिडोर आगे जाकर दुबारा एलिवेटेड हो जाएगा
-बी टू बायपास चौराहे पर निर्मित क्लोवर लीफ को क्रॉस करते हुए एलिवेटेड कोरिडोर गुजरेगा
-यहां से टोंक रोड पर अशोक मार्ग तक एलिवेटेड कोरिडोर पर ही जयपुर मेट्रो दौड़ेगी
-टोंक रोड पर दुर्गापुरा एलिवेटेड रोड पर मेट्रो के लिए छोड़े गए पिल्लरों पर मेट्रो कोरिडोर बनेगा
-गोपालपुरा फ्लाई ओवर और टोंक फाटक आरओबी के ऊपर ना जाकर साइड से मेट्रो कोरिडोर प्रस्तावित है
-अशोक मार्ग से गर्वनमेंट होस्टल, खासाकोठी सर्किल से कलेक्ट्रेट, चिंकारा कैटीन, पानीपेच अंबाबाड़ी तक मेट्रो चलेगी
-सीकर रोड पर भवानी निकेतन शिक्षण संस्थान से हरमाड़ा से आगे टोड़ी मोड़ तक मेट्रो चलेगी
-सीकर रोड पर मौजूदा बीआरटीएस कोरिडोर के बीच एलिवेटेड कोरिडोर बनेगा
-ड्राफ्ट डीपीआर में कुल 35 स्टेशन किए गए हैं प्रस्तावित
-ड्राफ्ट डीपीआर के प्रस्ताव के अनुसार केवल सांगानेर पुलिस थाना मेट्रो स्टेशन ही भूमिगत होगा
-बाकी जयपुर मेट्रो के अन्य सभी 34 मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड रहेंगे
-मेट्रो कोरिडोर का करीब 90 प्रतिशत हिस्सा एलिवेटेड होने के कारण कुल लागत अनुमान से कम प्रस्तावित की गई है
-मेट्रो के दूसरे चरण की लागत 12 हजार करोड़ रुपए के बजाए साढ़े 10 हजार करोड़ रुपए प्रस्तावित की गई