ERCP-PKC की तर्ज पर WRCP बनाने की मांग, विधानसभा में गूंजा मामला, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः ERCP- PKC और यमुना जल समझौते के बाद राजस्थान में आवाज बुलंद होने लगी है WRCP को लेकर विधानसभा में WRCP को लेकर आवाज बुलंद हुई. ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने मामला उठाया. 6 जिलों में WRCP से सिंचाई पेयजल की मांग पूरी होगी. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ईआरसीपी की तर्ज पर वेस्टर्न राजस्थान केनाल प्रोजेक्ट (डब्ल्यूआरसीपी) को जल्द धरातल पर लाने के संकेत दिए थे. आज विधानसभा में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने सकारात्मक जवाब दिया. 

विधानसभा के पिछले सत्र में भी WRCP को लेकर मामला उठ चुका है. उस समय प्रश्न के जवाब में सरकार ने माना कि प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट आ चुकी है. इसके बाद विधायक भैराराम सियोल ने इसके लिए पत्र भी लिखा, लेकिन अंतिम रिपोर्ट का अब तक इंतजार है. विधानसभा में फिर भैरा राम सियोल ने मामला उठाया. सवाल था कि मारवाड़ के सभी जिलों जोधपुर,बाड़मेर-जैसलमेर, नागौर ,पाली बीकानेर के किसानों की फसलों को सिंचाई के लिए नहरी पानी उपलब्ध कराने के लिए उत्तरी भारत की नदियां जो पाकिस्तान की तरफ बहकर जाने वाली सिंधु,झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास, सतलुज तथा अत्यधिक बहाव के कारण उफान पर चलने वाली घग्गर व यमुना नदियों का पानी स्थानीय प्रदेशों पंजाब-हरियाणा में नुकसान पहुंचाती है तो क्या उत्तरी भारत की उक्त नदियों के पानी को डायवर्ट कर मारवाड़ के पश्चिमी मरुस्थलीय जिलों में नहरी पानी के रूप में लाने के बारे में राज्य सरकार कब तक विचार रखती है. पीकेसी-ईआरसीपी के तर्ज पर डब्ल्यूआरसीपी पर डीपीआर बनाने के बारे में ओसियां विधायक सियोल ने प्रश्न काल के दौरान मामला सदन में रखने पर पर राज्य सरकार की ओर से जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत नेल संतोषजनक जवाब दिया

--- क्या है WRCP --
गुजरात व राजस्थान के बीच माही जल बंटवारे को लेकर 1966 में समझौता हुआ था
 माही के सरप्लस पानी को राजस्थान में लाना था
इसके लिए गुजरात की सहमति जरूरी है
इस पानी को 350 किमी लंबी केनाल के जरिए जालोर तक लाया जाएगा
लेकिन इस पानी को सिर्फ जालोर-बाड़मेर नहीं बल्कि जोधपुर संभाग के अन्य जिलों तक लाने पर भी मंथन चल रहा है
 इसी केनाल को डब्ल्यूआरसीपी कहा जा रहा है
 
-- WRCP से फायदा -- 
4.5मिलियन हेक्टर रेगिस्तानी भूमि को कृषि योग्य बनाना
पश्चिमी राजस्थान के डेढ़ करोड़ से अधिक निवासियों को पीने का पानी मिलेगा
निर्माण रखरखाव और कृषि क्षेत्र में डेढ़ लाख रोजगार के अवसर पदा होंगे
भूजल स्तर गिर रहा है, जिसे संभाला जा सकेगा
 कृषि का जो रकबा घट रहा है, उसमें मदद मिलेगी
रोजगार के लिए पलायन रुकेगा
कृषि आधारित उद्योग भी पनप सकते हैं
उद्योगों को भी पानी मिल सकेगा

डब्ल्यूआरसीपी को लेकर सीएम भजन लाल शर्मा पश्चिमी राजस्थान के विधायकों के साथ बैठक कर चुके है. कहा जा रहा यह प्रोजेक्ट पश्चिमी राजस्थान के लिए वरदान साबित होगा.