मुंबई : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीति से दुनियाभर के बजारों में हाहाकार मचा हुआ है. ट्रंप के टैरिफ वॉर से आर्थिक मंदी का खतरा उत्पन्न हो गया है. दुनियाभर में मार्केट में तगड़ी 'सुनामी' आ गई है.
दुनिया की दो बड़ी इकोनॉमी टैरिफ को लेकर आमने-सामने हो गई है. ट्रंप रेसिप्रोकल टैरिफ चीन ने तगड़े तरीके से विरोध किया है. इसके बाद से ही ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ने लगी थी. बीजिंग में कार्यरत अमेरिकी कंपनियों के शेयर बाजार में भारी गिरावट हुई है. चीन ने ट्रंप टैरिफ के विरोध में उस पर भी भारी भरकत टैरिफ लगाया है.
अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया. ऐसे में आने वाले कुछ दिनों में दुनियाभर के बाजारों में तगड़े झटके लग सकते हैं. एशियाई बाजारों में जापान के निक्केई में 6% गिरावट, कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 4.50%, चीन का शंघाई इंडेक्स 6.50% नीचे, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग भी 10% नीचे. 3 अप्रैल को अमेरिका का डाउ जोन्स 3.98% गिरकर बंद हुआ था. फाइनेंशियल कॉमेंटेटर जिम क्रैमर ने 1987 जैसे 'ब्लैक मंडे' आने की भविष्यवाणी की है. क्रैमर ने कहा कि अमेरिकी बाजार आज 22% तक गिर सकता है.
भारतीय शेयर बाजार में मची हाहाकार:
भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार मची हुई है. टैरिफ की मार से भारतीय बाजार में 'भूकंप' आ गया है. आज ओपन होते ही सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट हुई. प्री-ओपन सेंसेक्स में 2600 अंकों की गिरावट हुई. जबकि निफ्टी में भी 800 अंकों की गिरावट हुई. ट्रंप के टैरिफ नीति से दुनियाभर के बाजार भी गिरे. एशिया और यूरोप सहित अमेरिकी बाजारों में भी जबरदस्त गिरावट दिखी थी. ट्रंप ने ग्लोबल ट्रेड वॉर के संकट को नहीं टाला तो बड़ी तबाही मच सकती है.